गाजियाबाद। गाजियाबाद में मौतों का सिलसिला नहीं रूक रहा है। एमएमजी जिला अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज के दौरान सात माह की मासूम सहित पांच की मौत हो गई। मासूम तीन लोगों के पेट में दर्द व उल्टी-दस्त की शिकायत थी। स्वास्थ्य विभाग ने सभी मौत का ऑडिट करने के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की है। टीम में फिजिशियन डॉ. आलोक रंजन, डॉ. एके विश्वकर्मा व डॉ. शैलेंद्र प्रताप सिंह शामिल हैं। टीम के एक सदस्य ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि मृतकों में सांस के, मधुमेह व हृदय रोग के मरीज भी थे। वहीं अज्ञात शव के बारे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि लालकुआं निवासी विकास की सात माह की बच्ची अनाया को तीन दिन से पेर्ट में दर्द, उल्टी-दस्त की परेशानी हो रही थी। गंभीर हालत में उसे इमरजेंसी में लाया गया था। इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई। भूड़भारत नगर निवासी 32 वर्षीय युवक गौतम को गंभीर हालत में एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया था। इमरजेंसी में पहुंचने पर इलाज शुरू किया गया, लेकिन कुछ देर में ही मरीज ने दम तोड़ दिया।
बहरामपुर निवासी 24 वर्षीय पवन को इमरजेंसी में लाया गया, इलाज के दौरान मौत हो गई। करहेड़ा निवासी गीता 42 वर्ष कविनगर सी-ब्लॉक निवासी 55 वर्षीय अजय महाजन को भी अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया। इलाज शुरू होने से पहले ही मौत हो गई थी। सीएमएस ने बताया कि अधिकांश मरीजों के पेट में दर्द और उल्टी-दस्त की परेशानी थी। ऐसे में आशंका है कि लू लगने और डायरिया से मौत हुई है, सही जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी।