मुंबई। कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक दिलीप सानंदा कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर बहुत जल्द भाजपा में शामिल होंगे।
दिलीप सानंदा ने बुधवार को खुद इन खबरों की पुष्टि करते हुए बताया कि कांग्रेस पार्टी में उन्हें हाशिये पर रखा गया है, इसी वजह से वे पार्टी छोड़ने और भाजपा में शामिल होने का विचार कर रहे हैं। वे आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात करने वाले हैं।
दिलीप सानंदा पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के काफी करीबी माने जाते थे लेकिन उनके निधन के बाद पार्टी में उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। दिलीप सानंद 1999 में बुलढ़ाणा जिले के खामगांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के बाद 2009 तक लगातार कांग्रेस के विधायक रहे हैं। 2014 में भाजपा के आकाश फुंडकर ने उन्हें हरा दिया था। इसलिए 2019 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था। आज अमित शाह से मिलने के बाद दिलीप सानंदा का भाजपा में प्रवेश का रास्ता साफ हो जाएगा।