गाजियाबाद। लोनी में हनुमान वाटिका कॉलोनी में मजदूर तरुण कुमार की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है। शुरुआती जांच और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने बताया कि तरुण की हत्या उसके दो दोस्तों ने की थी। इन दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, और उनके पास से तरुण का मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है।
घटना की शुरुआत 29 अगस्त को हुई, जब तरुण के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस उसकी तलाश में जुटी ही थी कि उसी दिन हनुमान वाटिका में एक शव बरामद हुआ। शव सड़ी-गली हालत में था और पहचान में नहीं आ रहा था। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चला कि यह शव तरुण का है और उसकी हत्या ईंट से की गई थी।
तरुण के पिता हरपेश कुमार ने शव को पहचानते ही रोते हुए इसकी पुष्टि की। शव उनके घर से महज 50 मीटर की दूरी पर मिला था। पुलिस ने शव का निरीक्षण किया और पाया कि शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे, जिससे स्पष्ट हो गया कि हत्या के पीछे क्रूरता का मामला है। हत्या के मुख्य संदिग्धों की पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई। फुटेज में तरुण के साथ उसके दो दोस्त अजय कुमार उर्फ जय कुमार और ईशू राजपूत उर्फ विजय को जाते हुए देखा गया। पुलिस ने इन दोनों के घरों पर छापेमारी की, लेकिन दोनों पहले ही फरार हो चुके थे। हालांकि, पुलिस की लगातार दबिश और खोजबीन के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि वे 29 अगस्त को तरुण के साथ हनुमान वाटिका कॉलोनी के खंडहर में शराब पी रहे थे। उन्हें और शराब की जरूरत थी, इसलिए उन्होंने तरुण से पैसे मांगे। तरुण ने पैसे देने से इंकार कर दिया और आपत्ति जताई, जिससे नाराज होकर दोनों ने तरुण पर ईंट से हमला कर उसकी हत्या कर दी।