नयी दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच तथा उनके पति की कंपनी का खुलासा हिंडन वर्ग रिपोर्ट में हुआ है जिसका श्रीमती बुच ने खंडन किया है लेकिन इसको लेकर जो रिपोर्ट में सामने आई हैं वह चौंकाने वाली है और इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए।
कांग्रेस प्रचार तथा संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि “हिंडनबर्ग रिपोर्ट में एक कंपनी एग्रो एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड का नाम सामने आया था जो कि 7 मई 2013 में रजिस्टर हुई थी। यह कंपनी माधबी पुरी बुच और उनके पति की है लेकिन श्रीमती पुरी ने रिपोर्ट आने के बाद इस बात का खंडन किया था। खंडन में उन्होंने लिखा कि जबसे श्रीमती पुरी सेबी में गई तब से यह कंपनी निष्क्रिय है। लेकिन इस कंपनी में अभी भी 99 प्रतिशत हिस्सेदारी माधबी जी की है।”
प्रवक्ता ने सरकार से सवाल किया और कहा “एग्रो से किन-किन कंपनियों ने सेवाएं लीं। जिन कंपनियों ने एग्रो की सेवाएं लीं क्या वे सेबी के स्कैनर में हैं। इसका जवाब हमें मिला कि माधबी जी ने सेबी के अपने कार्यकाल में रहते हुए एग्रो के माध्यम से 2 करोड़ 95 लाख रुपए कमाए।”
उन्होंने मोदी से पूछा “क्या आपको पता था कि एग्रो में माधबी जी की 99 प्रतिशत शेयर होल्डिंग है। जब आपने माधबी जी को सेबी चेयरपर्सन बनाया, तो क्या आपको किसी एजेंसी ने रिपोर्ट नहीं दी थी।क्या आपको जांच एजेंसियों ने नहीं बताया था कि एग्रो के आर्थिक-व्यावसायिक रिश्ते उन कंपनियों से हैं, जिनकी जांच सेबी कर रही है। क्या आपके सामने किसी ने भी माधबी जी के खिलाफ सबूत नहीं रखे थे कि इन्हें दूसरे कंपनियों से इतने पैसे क्यों मिल रहे हैं।”