लखनऊ। आजमगढ़ के व्यापारी इश्तियाक के अपहरण व लूट मामले में जेल में बंद चल रहे दरोगा अनुराग द्विवेदी व सिपाही यूसुफ अली और घटना में लिप्त सिपाही धीरेन्द्र यादव, हिस्ट्रीशीटर नसीम, दिनेश गुप्ता और शेखर उर्फ चुन्नू पर गैंगस्टर लगाया गया है।
बीते वर्ष 2023 में चार दिसम्बर को लखनऊ के हसनगंज थाना क्षेत्र के निराला नगर चौकी इंचार्ज अनुराग द्विवेदी को व्यापारी इश्तियाक के अपहरण व लूट मामले में दर्ज एफआईआर में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इससे पहले चौकी इंचार्ज दरोगा अनुराग ने अपने सिपाहियों और अपराधी साथियों के साथ मिलकर आजमगढ़ के व्यापारी इश्तियाक का अपहरण किया। व्यापारी को लखनऊ के एक होटल में रखकर एक लाख बीस हजार रुपये की वसूली की। जिसमें बाद में शेखर के अनुराग द्विवेदी से विवाद हो जाने पर पूरा मामला हसनगंज थाने पहुंच गया था।
तत्कालीन हसनगंज थाने के निरीक्षक राजकुमार सिंह के निर्देश पर निराला चौकी इंचार्ज अनुराग और सिपाही गण निलम्बित हुए थे। बाद में पुलिस आयुक्त ने मामले की गम्भीरता समझते हुए प्रभारी निरीक्षक राजकुमार को लापरवाही में निलम्बित कर दिया था।
इस मामले एक और एफआईआर उस वक्त दर्ज हुआ, जब अपहरण के लिए उपयोग की गयी किराये पर लिये गये बोलेरो कार की वापसी नहीं हुई। निराला नगर क्षेत्र में लिटिल नामक युवक ने अनुराग द्विवेदी के कहने पर कुछ घंटे के लिए बोलेरो कार दी थी। लिटिल पुरानी कार खरीदने बेचने का व्यापार करता है। लिटिल को जब अपहरण की घटना की जानकारी हुई तो वह अपनी कार खोजने लगा। बाद में उसने हसनगंज थाने में एक और एफआईआर दर्ज करायी।