गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने अंसल बिल्डर्स और उसके निदेशकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक में दर्ज मामले में कंपनी के दो डायरेक्टरों प्रणव अंसल, विकास यादव और जनरल मैनेजर अमित शुक्ला को नामजद और चार अन्य अज्ञात में हैं। जीडीए के प्रवर्तन जोन पांच के अवर अभियंता ज्ञान प्रकाश द्विवेदी की तरफ से अंसल के डायरेक्टर सहित सात लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
जीडीए मीडिया प्रभारी रूद्रेश शुक्ला ने बताया कि अंसल ग्रुप को 2006 में डुंडाहेड़ा में 152 एकड़ में इंटीग्रेटेड टाउनशिप बनाने का लाइसेंस मिला था। कंपनी ने न तो समय पर प्रोजेक्ट पूरा किया और न बाहरी व आंतरिक विकास कार्य को पूरा किया है। अंसल ग्रुप ने निर्धारित टाउनशिप नीति की शर्तों का उल्लंघन किया है। इतना ही नहीं जीडीए द्वारा अंसल ग्रुप को इंटीग्रेटिड टाउनशिप का विकास करने को दी गई जमीन पर अवैध निर्माण और कब्जा कर फर्जी दस्तावेजों को तैयार कर अन्य लोगों को भूमि बेच दी गई।
मुज़फ्फरनगर में किराना व्यापारी की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत, घासमंडी में थी दुकान !
जीडीए का आरोप है कि अंसल ने बायर्स से पूरा पैसा लेने के बाद भी उनको प्लॉट नहीं दिए हैं। ईडब्ल्यूएस श्रेणी में 848 भवनों के बजाय केवल 160 का ही निर्माण किया गया है। बायर्स की लगातार शिकायतों के बाद जीडीए ने इस मामले में जांच कराई। जांच में अंसल ग्रुप द्वारा धोखाधड़ी की पुष्टि होने पर नोटिस जारी किया गया था। लेकिन जीडीए द्वारा भेजे गए नोटिस का अंसल ग्रुप की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया। जिसके बाद जीडीए की तफर से एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस अब मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई करेगी। यह कार्रवाई लखनऊ के बाद गाजियाबाद में अंसल बिल्डर्स के खिलाफ दर्ज दूसरा बड़ा मामला है।