पणजी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि गोवा का समान नागरिक संहिता (कॉमन सिविल कोड) को अपनाना देश के लिए सबसे अच्छा उदाहरण है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन में अपने सम्मान में राज्य सरकार द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह के दौरान यह बयान दिया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह गर्व का क्षण है कि गोवा ने समान नागरिक संहिता को अपनाया है, जो सभी समुदायों के पुरुषों और महिलाओं को समान अधिकार देता है। यह गोवा की महानगरीय समाज संस्कृति का एक अच्छा उदाहरण है। यह समान नागरिक संहिता हमारे देश के लिए एक अच्छा उदाहरण है।
राष्ट्रपति ने कुछ लाभार्थियों को वन अधिकार अधिनियम के तहत ‘सनद’ वितरित की। उन्होंने कहा कि गोवा में समृद्ध वन क्षेत्र है। इसे संरक्षित किया जाना चाहिए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सतत विकास लक्ष्यों पर गोवा द्वारा की गई प्रगति की सराहना की।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में महिलाओं की संख्या 60 प्रतिशत से अधिक है, लेकिन कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि गोवा के लोग अच्छी मेहमाननवाजी के लिए जाने जाते हैं और इसलिए राज्य में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इसके लिए मैं आप सभी को बधाई देती हूं। एक पर्यटन केंद्र के साथ गोवा, शिक्षा, व्यापार और वाणिज्य, उद्योग, प्रौद्योगिकी तथा रक्षा के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में भी जाना जाता है।
इस अवसर पर गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद नाइक मौदूद थे।