गाजियाबाद। दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने नया गाजियाबाद नाम से एक अत्याधुनिक टाउनशिप बसाने की अपनी तैयारी लगभग पूरी कर ली है। यह टाउनशिप नमो भारत ट्रैन(आरआरटीएस) व मेट्रो के आसपास बसाई जाएगी। जिसका उद्देश्य यह है कि निकट भविष्य में वहां रहने वाले लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके। राजनगर के राजकुंज की तर्ज पर पांच सौ हेक्टेयर भूमि पर यह टाउनशिप बसाई जाएगी।
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स में बुधवार को बताया कि नया गाजियाबाद टाउनशिप दिल्ली-मेरठ मार्ग पर दुहाई, भिक्कनपुर और मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना के आसपास बसाया जाएगा। इस सम्बंध में जीडीए की आगामी बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित करके शासन को भेजा जाएगा।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण/नए शहर प्रोत्साहन योजना के तहत नए शहरों को बसाने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से भूमि खरीदने पर 50 प्रतिशत की धनराशि दी जा रही है। इसके लिए बकायदा शासनादेश भी जारी किया जा चुका है। इस योजना के तहत जीडीए के तत्कालीन उपाध्यक्ष ने शासन को कोई प्रस्ताव नहीं भेजा था। अब जीडीए उपाध्यक्ष ने इसमें रूचि लेते हुए योजना का पूरा खाका तैयार कर लिया है।
इस योजना के अंतर्गत अलीगढ़ विकास प्राधिकरण, गोरखपुर विकास प्राधिकरण, खुर्जा- बुलंदशहर विकास प्राधिकरण समेत कई प्राधिकरणों को नया शहर बसाने के लिए किश्तों में धनराशि मिल चुकी है। इसके तहत गोरखपुर को 2000 करोड़ रुपये व अलीगढ़ विकास प्राधिकरण को करीब 350 करोड़ रुपये और खुर्जा-बुलंदशहर विकास प्राधिकरण को करीब 170 करोड़ रुपये किश्तों में दिए जा चुके हैं।
उपाध्यक्ष ने बताया कि नई टाउनशिप में बसाने के लिए साइबर सिटी, कमर्शियल केंद्र के अलावा कई प्लानिंग की जाएंगी। साथ ही नमो भारत ट्रेन के स्टेशनों से 10 से 15 मिनट की दूरी के आसपास नया शहर में लोग प्लॉट खरीद सकेंगे। इससे पहले ही काॅरिडोर के पास ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवेलपमेंट (टीओडी) जोन बनाकर माॅल, मल्टीप्लेक्स, रेस्तरां खोले जाने की योजना को मंजूरी दी जा चुकी है। इसे और विस्तार देते हुए नया गाजियाबाद टाउनशिपकी योजना पर काम किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि टाउनशिप के लिए गांव की जमीन अधिग्रहण की जाएगी उसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जाएगा और किसने की आपकी सहमति के बाद जमीन को अधिग्रहण किया जाएगा इस योजना से गाजियाबाद मेरठ समेत आसपास के लोगों को अपना कारोबार चलाने या रहने समेत अनेक सुविधाएं मिल सकेंगी।