जयपुर। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के नेता हनुमान बेनीवाल राजस्थान के नागौर से इंडिया गंठबंधन के उम्मीदवार हैं। बेनीवाल ने मंगलवार को भाजपा नेता ज्योति मिर्धा की शैक्षणिक डिग्री पर सवाल उठाए और दावा किया कि वह इस सीट से कांग्रेस के लोकसभा सदस्य के रूप में उन्होंने अपने कार्यकाल (2009-2014) के दौरान सांसद निधि से एक पैसा भी खर्च नहीं किया।
भाजपा ने नागौर से मौजूदा सांसद बेनीवाल के खिलाफ पिछले साल सितंबर में पार्टी में शामिल हुईं ज्योति मिर्धा को मैदान में उतारा है। बेनीवाल मंगलवार को प्रचार के लिए डीडवाना पहुंचे। यहां पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया गया।
इस मौके पर बेनीवाल ने ज्योति मिर्धा पर आरोप लगाते हुए उनकी एमबीबीएस की डिग्री को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नाथूराम मिर्धा की सिफारिश के कारण उन्हें एमबीबीएस की डिग्री मिली।
उन्होंने कहा कि उस कार्यकाल के दौरान एक प्री-पीजी घोटाला भी सामने आया था, जिसमें ज्योति मिर्धा पर आरोप लगाया गया था। ज्योति मेडिकल की पढ़ाई के लिए प्रवेश परीक्षा पास करके नहीं, बल्कि नाथूराम मिर्धा की सिफारिश से डॉक्टर बनीं।
ज्योति मिर्धा ने अपने सांसद कार्यकाल के दौरान कोई विकास कार्य नहीं किया। उन्होंने बाद में नागौर निर्वाचन क्षेत्र पर सांसद निधि खर्च की थी।
बेनीवाल ने कहा कि उन्होंने लोकसभा सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कोई अच्छा काम नहीं किया।
उन्होंने कहा, “मैंने कई सवाल उठाए। किसान कानून और अग्निपथ योजना के मुद्दे पर भी सवाल उठाए।” उन्होंने दावा किया, “नागौर सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान मैंने बहुत अच्छा काम किया है, चाहे वह रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण हो या सड़क नेटवर्क को मजबूत करना और मेरे निर्वाचन क्षेत्र में चिकित्सा और शिक्षा सुविधाएं प्रदान करना हो।”
उन्होंने कहा, “मैं नागौर में हवाईअड्डे और उद्योग लाने का प्रयास करूंगा। साथ ही, ईआरसीपी मॉडल का पालन करते हुए नागौर और डीडवाना क्षेत्रों में पानी लाने का प्रयास किया जाएगा।