Thursday, January 23, 2025

स्वस्थ शरीर का दोस्त प्रोटीन

स्वस्थ शरीर के लिए प्रोटीन बेहद आवश्यक है। हमारे शरीर के सभी टिश्यूज और सेल्स प्रोटीन से ही बनते हैं। शरीर की मांसपेशियों और रक्त का प्रमुख अवयव प्रोटीन ही हैं। एंजाइम्स और हारमोन के रूप में शरीर में मौजूद प्रोटीन शरीर के मैटाबोलिज्म को दुरूस्त रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

प्रोटीन बॉडी बिल्डिंग के लिए आवश्यक तत्वों की आपूर्ति करते हैं। एंटीबॉडीज के रूप में शरीर की हर प्रकार के संक्रमण से सुरक्षा करते हैं। अत: ये शरीर के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक हैं और आहार में इनका प्रचुरता से होना आवश्यक है।

हम आहार में जो प्रोटीन लेते हैं, वे अमीनो एसिड्स के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं और शरीर में इस प्रकार अवशोषित होते हैं कि इनका प्रयोग टिश्यूज का निर्माण करने, कम हुए प्रोटीन की आपूर्ति करने और एंजाइम्स, हारमोंस और एंटीबॉडीज के निर्माण में किया जाता है। यदि प्रोटीन आपूर्ति में कमी होगी तो शारीरिक क्रियाओं द्वारा विभिन्न अंगों तक इसकी आपूर्ति के लिए मांसपेशियों का अधिक उपयोग होगा और शरीर में कमजोरी आएगी।

प्रोटीन के स्रोत:  शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए अलग-अलग किस्म के प्रोटीन की जरूरत पड़ती है। मीट, चिकन, टर्की, मछली और डेयरी उत्पाद प्रोटीन के सर्वोत्तम स्रोत हैं। पके हुए मीट में 15 से 40 प्रतिशत प्रोटीन होता है। इसके बाद बारी आती है बींस, मटर, मूंगफली आदि की लेकिन इनमें कुछ आवश्यक अमीनो एसिड्स का अभाव होता है, इसलिए इन्हें किसी अन्य सब्जी के साथ मिलाकर खाना चाहिए। आहार में डेयरी उत्पाद शामिल करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ये लो फैट व लीन प्रोटीन युक्त हों।

बढ़ते बच्चों के लिए प्रोटीन का सर्वोत्तम स्रोत दूध है। इससे पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम भी मिलता है जो अन्य सब्जियों व खाद्य पदार्थों से प्राप्त नहीं हो पाता। अंडे व सोयाबीन भी प्रोटीन के उत्तम स्रोत हैं। एक सामान्य व्यक्ति को रोजाना कितनी मात्रा में प्रोटीन की आवश्यकता होती है, इस संदर्भ में विशेषज्ञों का मानना है कि शरीर के प्रति किलोग्राम वजन के लिए 1.5 से 2 ग्राम प्रोटीन ही काफी है। चूंकि प्रोटीन को पचाने के क्रम में किडनियों पर जोर पड़ता है, इसलिए आवश्यक है कि यदि आप दिन में ज्यादा मात्रा में प्रोटीन ले रहे हैं तो खूब पानी भी पिएं ताकि किडनियां सुरक्षित रहें।

प्रोटीन स्किन व बालों में चमक बनाए रखने के लिए भी आवश्यक हैं। यदि सुबह उठकर आपकी आंखों के नीचे सूजन रहती है या आपके बाल झड़ रहे हैं या फिर चेहरे व हाथ-पैरों में सूजन रहती है तो यह प्रोटीन की कमी का संकेत है। नाखूनों का टूटना या क्रैक पडऩा भी इसी कारण होता है।

अक्सर होता यह है कि भागदौड़ भरी जिंदगी, घर और ऑफिस की थका देने वाली व्यस्त दिनचर्या के कारण हमारे शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति नहीं हो पाती जिस कारण छोटी-बड़ी कई समस्याएं जन्म लेती हैं। अत: अपनी खान-पान संबंधी आदतों में सुधार करके हम इस कुपोषण से बचे रह सकते हैं जैसे कि जंक फूड्स के बजाय प्रोटीन युक्त स्नैक्स जैसे भुनी मूंगफली या सोयाबीन से बने स्नैक्स खाना, सुबह-शाम दूध पीना, सामान्य आटे में सोयाबीन या चने का आटा मिलाना, टोफू से बने स्नैक्स आदि।

चाहें तो बाजार में उपलब्ध प्रोटीन युक्त एनर्जी ड्रिंक, फूड सप्लीमेंट्स चॉकलेट्स भी अपने आहार में शामिल कर सकते हैं लेकिन खरीदने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि इनमें अतिरिक्त प्रिजर्वेटिव्स, स्वीटनर आदि न मिले हुए हों, साथ ही ये आपका कोलेस्ट्रॉल न बढ़ाएं और किसी अच्छी कंपनी के ही हों।
– नरेन्द्र देवांगन

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