नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अस्पताल और स्कूलों को सस्ते दरों पर जमीनों का आवंटन करते समय लीज डीड में यह शर्त रखा है कि जिन किसानों की जमीन अधिग्रहण की गई है उन किसानों को अस्पताल एवं स्कूलों में पढ़ाई और दवाई में भारी छूट दी जाएगी। यह सबकुछ कागजों तक ही है। अस्पताल और स्कूलों की लीज डीड में प्राधिकरण की तरफ से रखी गई शर्तों के अनुसार किसानों को सुविधाएं न मिलने से रोष उत्पन्न हो रहा है।
कई वर्षों बाद भी स्थानीय किसानों को सुविधाएं न मिलने पर सामाजिक संस्था करप्शन फ्री इंडिया संगठन के बैनर तले 6 मार्च को क्षेत्र के किसानों ने विप्रो गोल चक्कर से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तक पैदल मार्च निकाल कर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
पैदल मार्च निकालने की तैयारियों को लेकर करप्शन फ्री इंडिया संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता गांव-गांव में बैठकों का आयोजन कर रहे हैं। संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय के नेतृत्व में चुहड़पुर खादर गांव में रामे भाटी उर्फ रामकुमार के आवास पर एक बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता धर्मचंद चपराना एवं संचालन संगठन की कोर कमेटी के प्रमुख सदस्य मास्टर दिनेश नागर ने किया।
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इस दौरान जिलाध्यक्ष चौधरी प्रेम प्रधान एवं मास्टर दिनेश नागर ने बताया कि ग्रेटर नोएडा शहर में बने प्राइवेट अस्पतालों एवं स्कूलों में स्थानीय किसानों के बच्चों की पढ़ाई एवं इलाज में भारी छूट का प्रावधान है लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही और अस्पताल व शिक्षण संस्थानों की तानाशाही के कारण आज भी स्थानीय किसान अपनी इन अधिकारों से वंचित हैं। मास्टर दिनेश नागर ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में स्थापित औद्योगिक इकाइयों में स्थानीय किसानों के बच्चों के लिए 40 फीसदी कोटा आरक्षित है लेकिन औद्योगिक इकाइयों में स्थानीय किसानों के बच्चों को योग्यता के आधार पर भी नौकरी एवं रोजगार नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि दवाई, पढ़ाई एवं रोजगार दिलाने की मांग को लेकर करप्शन फ्री इंडिया संगठन 6 मार्च को विप्रो गोल चक्कर से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तक पैदल मार्च निकाल का प्रदर्शन करेगा।
करप्शन फ्री इंडिया संगठन द्वारा जुनेदपुर, झालडा , गिरधरपुर, बिलासपुर व बरसात गांव में बैठक कर लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में पैदल मार्च व आंदोलन में आने का आह्वान किया। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि 6 मार्च को पैदल मार्च के दौरान लीज डीड में बनाए गए नियमों को जल्द लागू कराने की मांग की जायेगी। गांवों में हो रही बैठकों के दौरान देशपाल भाटी, चौधरी प्रवीण भारतीय, सतवीर टाइगर, किरणपाल बैसला, गौरव भाटी, दीपेंद्र भाटी, ओम प्रकाश कसाना, हरि, धर्मवीर, लालचंद कसाना, नरेंद्र भाटी, तुषार, प्रदीप भाटी, मोहित कसाना, मुन्नीलाल नागर, धीरज नागर, संजय सिंह, कुलदीप एडवोकेट, भंवर सिंह, वीरेंद्र एडवोकेट, लेखराज हवलदार, केशराम नागर, मोहित नागर, रतनपाल, आलोक, अभिषेक, सौरभ नागर, यशपाल, सरजीत, श्रीपाल सिंह, लखमीचंद शर्मा, मेघराज सिंह, नरेंद्र नागर, मुंदराज नागर, सुमित नागर, संदीप, यूसुफ, पवन, हरचंदा, बलराज सिंह, रमेश नागर, केशव, रिंकू बैंसला, रविन्द्र प्रधान, कमल भाटी, जतन भाटी, डल्लू, मनोज भाटी, जीत ठेकेदार, ऋषि, नबाब नागर, हरज्ञान, हरेंद्र, पंकज सहित अन्य लोग मौजूद रहें।