इस्लामाबाद – पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने गुरूवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो देश में आपातकाल लगाया जा सकता है।
एक समाचार रिपोर्ट में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा इमरान खान की गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताये जाने के बाद इस्लामाबाद में संवाददाता सम्मेलन में रक्षा मंत्री ने शीर्ष अदालत के फैसले की आलोचना की।
रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने देश भर में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनों के कारण सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाये जाने पर गहरा खेद व्यक्त किया है।
उन्होंने इमरान खान पर देश का कीमती समय बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए उनकी आलोचना की।
इस बीच, सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेताओं ने भ्रष्टाचार के एक मामले में पीटीआई प्रमुख को राहत देने के लिए देश के शीर्ष न्यायाधीश पर निशाना साधा।
पूर्व प्रधानमंत्री को एक बड़ी राहत देते हुए शीर्ष अदालत ने गुरुवार को उनकी गिरफ्तारी को अवैध घोषित करते हुए अधिकारियों को उन्हें ’तुरंत’ रिहा करने का आदेश दिया।
मुख्य न्यायाधीश बांदियाल और न्यायमूर्ति अतहर मिनल्लाह और न्यायमूर्ति मुहम्मद अली मजहर की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने खान की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली पीटीआई की याचिका पर फैसला सुनाया।
फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, पीएमएल-एन के मुख्य आयोजक मरियम नवाज ने मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल के फैसले की आलोचना की हैं।
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के सत्तारूढ़ गठबंधन की प्रमुख पार्टी ’13 राजनीतिक दलों का एक समूह’ ने शीर्ष न्यायाधीश को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया।
उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए, जिसमें दंगाइयों ने सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया और सैन्य प्रतिष्ठानों पर धावा बोल दिया।
पीएमएल-एन नेता हिना परवेज बट ने ट्विटर पर लिखा, ”देश में सरकारी इमारतों को नुकसान पहुंचाने वाले और अरबों रुपये का नुकसान करने वाले को सुप्रीम कोर्ट का मेहमान बनाना बेहद निंदनीय है।”