मुजफ्फरनगर। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री बहन मायावती ने कहा है कि यदि केंद्र में हमारी सरकार बनी, तो पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाया जाएगा। मायावती ने भाजपा को जुमलेबाज पार्टी बताते हुए कहा कि इस बार चुनाव में इनकी कोई नाटकबाजी जुमलेबाजी और गारंटी काम आने वाली नहीं है। भारतीय जनता पार्टी ने गरीबों, कमजोर वर्गों और मेहनतकश वर्गों से जो हवा हवाई वादे और गांरटी की थी, उनका एक चौथाई भी नहीं हो सका है। गरीबों को जो फ्री में थोडी सी खाद्य सामग्री दी जा रही है उससे भला होने वाला नहीं है, हर हाथ को काम देने से ही गरीबों की समस्या दूर होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पूंजीपतियों को ही मालामाल किया है। सरकार उन्हें छूट देने और उन्हे बचाने में ही लगी रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता में आए तो अलग पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्य बनाया जाएगा।
बसपा सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री मायावती नगर के जीआइसी मैदान में आज चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंची। 2 बजकर19 मिनट पर उनका हेलीकॉप्टर हैलीपैड पर उतरा। मायावती ने लगभग दस वर्ष बाद चुनावी सभा को यहां संबोधित किया। जनसभा व उनकी सुरक्षा में चार एएसपी, सात सीओ और दस इंस्पेक्टर व 450 पुलिसकर्मियों व पीएसी के जवानों को तैनात किया गया था। नगरवासियों को जनसभा के दौरान आने-जाने में होने वाली परेशानी के मद्देनज़र रूट डायवर्जन किया गया। रैली में पहुंचने वालों को चेकिंग के बाद ही प्रवेश दिया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंच पर पहुंचकर डॉ. भीमराव आंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और फिर जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में मुजफ्फरनगर में कोई दंगा नहीं हुआ। सपा सरकार में जाट और मुसलमानों का भाईचारा टूट गया था। टिकट बंटवारे में प्रत्येक वर्ग के लोगों को वरीयता दी गई। सपा सरकार में
मुजफ्फरनगर में इतनी दहशत पैदा की गई कि मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं थे, इसी वजह से अति पिछड़ा वर्ग के प्रत्याशी को मैदान में उतारा गया। मुस्लिम समाज को भागीदारी देने के लिए यहीं के प्रत्याशी को हरिद्वार से चुनाव मैदान में उतारा गया है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से सत्ता कांग्रेस के हाथों में रही है। बीजेपी की मानसिकता भी संकीर्ण है। भाजपा सत्ता में नहीं लौटेगी। अब भाजपा की नाटकबाजी या जुमलेबाजी काम आने वाली नहीं है।
उन्होंने कहा कि जब-जब बसपा की सरकार बनी, किसानों की हर फसल का वाजिब दाम दिया गया। राशन देने से नहीं, बल्कि स्थाई रोजगार देने से ही गरीबों का भला होगा। धर्म की आड़ में हो रहे मुसलमानों के शोषण को रोका जाएगा। बसपा सरकार में निष्पक्ष तरीके से भर्ती हुई। जाट समाज के युवाओं को भी रोजगार मिला। भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। मंच से मायावती ने चौधरी चरण सिंह को भी याद किया। उन्होंने कहा कि बसपा की सरकार बनी तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग स्टेट बनाने के लिए काम करेंगे।
बाद में सहारनपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी कांग्रेस, भाजपा या किसी भी विरोधी पार्टी के साथ गठबंधन में नहीं है, बल्कि अकेले ही अपने बलबूते पर पूरी तैयारी से चुनाव लड़ रही है। बसपा ने टिकटों में सर्व समाज के लोगों को भागेदारी दी है। यहां भीड़ देख कर उन्हें भरोसा हो गया है कि पिछली बार की तरह ही वे पार्टी को जिताने का काम करेंगे।उन्होंने कहा कि आजादी के बाद ज्यादातर सरकारें कांग्रेस पार्टी की रही हैं। दलित आदिवासी पिछड़ा वर्ग विरोधी नीतियों के चलते इस पार्टी को सत्ता बाहर होना पड़ा।
उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में बीजेपी और इनके सहयेागी दल केंद्र तथा अधिकांश राज्यों में सत्ता में आए। अब बीजेपी की भी जातिवादी, पूंजीवादी नीतियों तथा इनकी कथनी और करनी में भी काफी अंतर होने से इस बार यह लगता है कि यदि यह चुनाव इस बार फ्री और फेयर होता है और वोटिंग मशीनों में कोई कमी नहीं की जाती है तो यह पार्टी भी इस बार केंद्र की सत्ता में वापस आने वाली नहीं है। इस बार चुनाव में इनकी कोई नाटकबाजी जुमलेबाजी और गारंटी आदि काम आने वाली नहीं है। जनता इस बात को समझ चुकी है कि इनकी पार्टी ने गरीबों, कमजोर वर्गों और मेहनतकश वर्गों से जो हवा हवाई वादे और गांरटी की थी, उनकी जमीनी हकीकत सामने आ चुकी है। इस सरकार ने पूंजिपतियों को ही मालामाल किया है।
उन्होंने कहा कि हमने सरकारी भर्तियों में कभी भेदभाव नहीं किया। उन्होंने अलग पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भी वकालत की। उन्होंने कहा कि सेन्टर में जब हमारी सरकार बनेगी तो अलग से पश्चिमांचल का अलग प्रदेश बनाने का कार्य करेगें। उन्होंने कहा कि कि जाटों को भ्रमित किया जाता है लेकिन हमने उन्हें भर्ती में पूरा स्थान दिया और गन्ने का दाम बढाया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मुसलमानों और जाटों के बीच खाई पैदा करने का काम किया।