मेरठ। छावनी परिषद द्वारा अवैध कब्जाधारियों से भारत सरकार रक्षा मंत्रालय की भूमि मुक्त करने के बाद भूमि को सुरक्षित करने के लिए सदर मोहल्ला धर्मपुरी में पार्क बनाने की तैयारी को लेकर छावनी परिषद के कर्मचारियों द्वारा बाउंड्री वॉल बनाने का कार्य किया जा रहा है। इस भूमि पर दोबारा कब्जे को लेकर कैंट बोर्ड अधिकारियों से डेयरी संचालकों के विरुद्ध शिकायत की गई है। बता दें सदर धर्म पुरी वार्ड नंबर 6 में छावनी परिषद कि इस भूमि पर लगभग 60 वर्षों से फारूक व उसका परिवार अवैध रूप से कब्जा किए हुए है। उस पर पशुओं का तबेला बना कर दूध बेचने का कारोबार/डेरी का संचालन कर रहा था।
जिसको कुछ दिनों पूर्व छावनी परिषद सीईओ ज्योति कुमार के निर्देश पर इस अवैध डेयरी को हटाने व भूमि कब्जा मुक्ती अभियान के अंतर्गत विभाग को मशक्कत करनी पड़ी थी इस कार्रवाई के तहत छावनी परिषद के दर्जनों अधिकारी सहित सत्तर से अधिक कर्मचारियों व सम्बंधित थाना सदर प्रभारी सहित दर्जन भर महीला व पुरुष दरोगा, पुलिस कांस्टेबलो व जेबीसी लगाई गई थी बता दें इस डेयरी को कई बार हटाने की छावनी कर्मचारियों द्वारा कोशिश की गई लेकिन दबंग कब्जा धारी/ संचालकों के बड़े विरोध एवं दबंगी के चलते विभाग हिम्मत नहीं जुटा पाता था लेकिन इस बार भी कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद दस्ते को बड़े विरोध का सामना करना पड़ा था इस डेयरी के अलावा विभाग को बताया गया है वार्ड नंबर चार सदर कबाड़ी बाजार चुड़ी बाजार में भी मौहम्मद फारूख द्वारा पशु डेयरी अवैध रूप से कब्जा कर चला रहा है जिसकी शिकायत छावनी परिषद व राजस्व विभाग से की गई है।
छावनी परिषद को धर्म पुरी क्षेत्र के लोगों ने शिकायत की है लोगों ने बताया फारूक व उसके पुत्र परवेज व आशीष ने छावनी परिषद द्वारा भूमि मुक्त होने के बाद इन दबंगई यों ने दोबारा कब्जा कर लिया है और आम रास्ते को बंद कर अवैध रूप से/बिना लाइसेंस दूध बेचने को कारोबार किया जा रहा है बिना जांच के खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानि कारक हो सकता है स्वास्थ एवं छावनी परिषद को ध्यान देने जरुरत है। सूत्रों ने बताया यहां बड़े पैमाने पर प्रतिदिन एक से डेढ़ कुंतल नकली दूध बनाया जा रहा है।
छावनी परिषद बाउंड्री वॉल के कार्य के लिए आई निर्माण सामग्री ईंट व अन्य मेटिरियल को उक्त दबंगो के द्वारा रात के अंधेरे में ट्रैक्टर ट्राली लगाकर ईट सामग्री गायब की जा रही है। वहीं उन्होंने बताया शिकायत पर छावनी परिषद सुपरवाइजर से लेकर अन्य अधिकारी ने इन लोगों को चेतावनी देते हुए रास्ता खाली करने को बार बार कह रहे है। लेकिन डेयरी संचालकों ने पुनः कब्जा कर लिया है। जिस कारण रास्ता बाधित हो गया है।