मेरठ। न्यूटिमा मामले में सपा विधायक अतुल प्रधान के खिलाफ आईएमए सड़कों पर उतर आया है। डाक्टरों ने लामबंद होकर डीएम आफिस तक मार्च किया। आज मंगलवार को सपा विधायक अतुल प्रधान के खिलाफ डाक्टरों ने नारेबाजी करते हुए यात्रा निकाली। चिकित्सकों को कहना है कि सपा विधायक उनके साथ दुर्व्यवहार करते आ रहे हैं।
न्यूटिमा मामले में सपा विधायक अतुल प्रधान के खिलाफ आईएमए के चिकित्सकों ने आज विरोध यात्रा निकाली। सोमवार शाम साढ़े पांच बजे हॉल में बैठक कर निर्णय लिया कि मंगलवार को सुबह 10 बजे से अराजकता और मानसिक उत्पीड़न के खिलाफ एक विरोध यात्रा निकाली जाएगी।
इसे लेकर आज सुबह चिकित्सक आईएमए हॉल पर एकत्र हुए और यहां से ईव्ज चौराहा, आंबेडकर चौक और कमिश्नर ऑफिस होते हुए कलक्ट्रेट तक यात्रा निकाली। कलक्ट्रेट में डीएम को ज्ञापन दिया। इसके बाद वेस्टर्न कचहरी रोड, त्यागी हॉस्टल और बच्चा पार्क होते आईएमए हॉल पर यात्रा समाप्त हुई।
इससे पहले न्यूटिमा मामले में आईएमए के चिकित्सकों ने भाजपा प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठक की। जिसमें कहा कि सपा विधायक अतुल प्रधान सालों से दुर्व्यवहार करते आ रहे हैं। उनके खिलाफ पहले इसी तरह के मामले दर्ज हुए हैं। इस अराजकता भरे माहौल में चिकित्सक काम नहीं कर सकते। भाजपाइयों की तरफ से उन्हें मदद करने का आश्वासन दिया गया है।
भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय में हुई बैठक में चिकित्सकों ने बताया कि मरीज को पूरा बिल दिए बिना ले जाया गया। विधायक अतुल प्रधान और उनके समर्थकों ने अस्पताल में हंगामा किया। उन्होंने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी भाजपा प्रतिनिधि मंडल को दिया।
सपा विधायक अतुल प्रधान का कहना है कि गांव और शहर की जनता बड़ी तादाद में चार दिसंबर को कलक्ट्रेट में आमरण अनशन के लिए एकजुट होगी। उन्होंने कहा कि इलाज के नाम पर जनता की जेब खाली करने वाले जो लोग हैं, उनका समर्थन कर सत्ताधारी पार्टी ने चरित्र दिखा दिया है। वे जनता के साथ नहीं हैं।
भाजपा को जनता के उत्पीड़न और उनकी परेशानी से कोई मतलब नहीं है। मेरी लड़ाई जनता के लिए है और यह लड़ाई जारी रहेगी। सीसीएसयू के छात्र नेताओं ने भी विश्वविद्यालय के सामने बैठक कर अतुल प्रधान का समर्थन करने का एलान किया।