Sunday, November 3, 2024

मथुरा में फर्जी IPS बनकर ठगी करने वाला मुठभेड़ में गिरफ्तार,कब्जे से फर्जी विजिटिंग कार्ड, मोटरसाइकिल और अवैध असलाह बरामद

मथुरा। फर्जी आईपीएस बनकर थाना प्रभारियों को कॉल करके वांछित अपराधियों तथा परिजनों के नाम पता लेकर मुकदमे से नाम निकालने का भरोसा देकर जनता से वसूली करने वाला शातिर हिस्ट्रीशीटर बदमाश को मगोर्रा पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ कर गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बदमाश के कब्जे से बड़ी संख्या में फर्जी विजिटिंग कार्ड, मोटरसाइकिल और अवैध असलाह बरामद किए हैं।

एसएसपी शैलेश पांडे ने गुरुवार को बताया कि थाना फरह क्षेत्र में वसूली और धोखाधड़ी की घटना में वांछित भरतपुर उद्योग नगर अजान निवासी शातिर हिस्ट्रीशीटर बदमाश राधेश्याम उर्फ सुभाष कुंतल पुत्र पूरन सिंह को मगोर्रा पुलिस एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश शातिर अपराधी है। बदमाश फर्जी आईपीएस बनकर अपने आप को आईजी क्राइम लखनऊ बता कर थाना प्रभारियों को फोन कॉल कर अपराधियों के नाम निकालने और उनके परिजनों के नाम पते प्राप्त कर मुकदमे से नाम निकालने का आश्वासन देकर धन वसूली का कार्य करता था। पुलिस ने पकड़े गए अभियुक्त के कब्जे से 21 फर्जी आईपीएस और एक आईपीएस विजिटिंग कार्ड के अलावा एक मोटर साइकिल और अवैध असलाह, मोबाईल बरामद किया है। गिरफ्तार जालसाज भरतपुर के उद्योग नगर थाना का हिस्ट्रीशीटर है जिस पर 13 मुकदमे पंजीकृत हैं। जनपद मथुरा में 6 मुकदमे हैं। जिसमें थाना हाईवे क्षेत्र वर्ष 2014 में ट्रिपल मर्डर में 04 वर्ष मथुरा जेल में निरुद्ध रहा था। थाना हाईवे से शातिर बदमाश पर गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही भी हो चुकी है।

उल्लेखनीय है कि 23 अक्टूबर को फर्जी आईपीएस अधिकारी ने मथुरा के फरह थाना प्रभारी सुरेश चंद्र को शाम 5.17 मिनट पर व्हाट्सएप कॉल की। थाना प्रभारी ने कॉल रिसीव की तो कहा कि आईजी क्राइम लखनऊ सुभाष कुंतल बोल रहा हूं। अफसर का नाम सुनते ही थाना प्रभारी ने जय हिंद कहा। इसके बाद थाना प्रभारी को हड़काते हुए कहा कि तुमने सीयूजी नंबर बंद कर रखा है। इस पर थाना प्रभारी सफाई देने लगे। कहा कि सर नेटवर्क प्रॉब्लम है। इसके बाद सुरेश चंद्र ने अपना प्राइवेट नंबर दिया। इसके बाद थाना प्रभारी के प्राइवेट नंबर पर 23 अक्टूबर को ही तीन बार फर्जी आईपीएस ने फोन किया। 5 मिनट तक रिफाइनरी की पाइप लाइन से तेल चोरी करने वाले माफिया बड़ोदरा निवासी निशांत के बारे में जानकारी मांगी। साथ ही निशांत के परिवार का नंबर थाना प्रभारी से मांगा। थाना प्रभारी ने कहा कि सर निशांत गिरफ्तार हो चुका है। अब परिवार की जरूरत नहीं है। इस पर राधेश्याम ने थाना प्रभारी को हड़काते हुए कहा कि नहीं उसके परिवार को भी गिरफ्तार करना है। सुरेश चंद्र और फर्जी आईपीएस के बीच चली 5 मिनट की बातचीत में थाना प्रभारी को शक हुआ। इसके बाद उन्होंने एसएसपी को मामले की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि लखनऊ से आईजी सुभाष कुंतल के नाम से बार-बार फोन आ रहा है। क्या ऐसा कोई आईपीएस अधिकारी लखनऊ में है? पता करने की जरूरत है। इसके बाद एसएसपी ने लखनऊ में सीनियर अधिकारी को मामले की जानकारी दी। सुभाष कुंतल नाम के किसी अधिकारी के न होने पर पुलिस का शक सच साबित हुआ। इसके बाद पुलिस ने कॉल डिटेल निकाली। थाना प्रभारी सुरेश चंद्र ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि फर्जी आईपीएस बनकर कॉल करने वाले का नाम हिस्ट्रीशीटर राधेश्याम उर्फ सुभाष है। जिसके बाद पुलिस की टीम ने उसे मुठभेड़ कर गिरफ्तार कर लिया।

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