मेरठ। मरीज के इलाज में लापरवाही के आरोपों में घिरे मेडिकल कॉलेज के चिकित्सीय स्टाफ पर एक और आरोप लगा है। एक रिटायर्ड कर्मचारी की पत्नी की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। कर्मचारियों का आरोप है कि उनके इलाज में लापरवाही की गई। जो ऑक्सीजन सिलिंडर उनको लगाया गया था उसमें ऑक्सीजन ही नहीं थी। इस पर कर्मचारियों ने हंगामा किया।
सूचना पर प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर धीरज बालियान मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों को समझाया। उन्हें मामले में जांच का आश्वासन दिया और भरोसा दिलाया कि अगर कहीं लापरवाही हुई है तो कार्रवाई की जाएगी।
कर्मचारियों ने बताया कि इंद्रावती (62) मेडिकल के ही कर्मचारी त्रिलोकचंद की पत्नी थीं, सांस लेने में दिक्कत होने पर उन्हें मेडिकल इमरजेंसी में भर्ती किया गया था। सुबह उन्हें इमरजेंसी से लाल बिल्डिंग में शिफ्ट किया जा रहा था। इस दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। इस पर मेडिकल के कर्मचारियों ने नाराजगी जाहिर की और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि उन्हें जो ऑक्सीजन सिलिंडर लगाए गए उनमें ऑक्सीजन नहीं थे। इसी वजह से उनकी मौत हुई है। खाली ऑक्सीजन सिलिंडर रखे हुए हैं।
डॉ. धीरज बालियान ने बताया कि सूचना पर मैं में मौके पर पहुंचा था। इंद्रावती को सांस की दिक्कत थी। उनका हीमोग्लोबिन 4 रह गया था। हालत गंभीर होने की वजह से ही उन्हें इमरजेंसी से लाल बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया था। किसी से लापरवाही हुई, ऑक्सीजन की कमी तो नहीं थी। इन बिंदुओं पर जांच की जाएगी। लापरवाही होगी तो कार्रवाई की जाएगी।