चरथावल। किसान द्वारा तीन युवकों को बंधक बनाकर खेती का कार्य कराने की शिकायत पर एनजीओ व बाल संरक्षण टीम पुलिस के साथ किसान के मकान पर पहुंची और तीनों युवकों को एसडीएम सदर के समक्ष प्रस्तुत करने के लिये ले आई, दो युवकों ने टीम के साथ जाने से इंकार कर दिया ।
थाना क्षेत्र के गांव रोनी हरजीपुर में किसान रमेश के यहां कई वर्षों से झारखंड राज्य के रहने वाले तीन युवक इरशाद, वसीम व सोनू नौकरी कर रहे थे। आरोप है कि झारखंड राज्य से एक युवक लापता है, जिसका पता रोनी हरजीपुर में लगा था। युवक की बरामदगी के लिये एनजीओ, बाल संरक्षण समिति, झारखंड पुलिस एवं चौकी इंचार्ज गांव में किसान के यहां पहुंचे और तीनों युवकों से पूछताछ की गयी।
पूछताछ में युवकों ने बताया कि हम अपनी मर्जी से किसान के यहां रहकर नौकरी करते है। हमें किसी भी प्रकार से बंधक या जबरदस्ती नहीं रखा गया है, हमारे खाने पीने व ठहरने की माकूल व्यवस्था है। जांच टीम के अधिकारी ने बताया कि उन्हें झारखंड से सूचना मिली थी कि तीन युवकों को ग्राम रोनी हरजीपुर में काफी सालों से रख रखा है। पुलिस प्रशासन के साथ जांच करने के लिए आये है। यह देखने के लिए कि इन बच्चों को किस तरह से रख रखा है और यह कहां से और कैसे आये है इन सभी सवालों की जांच चल रही है। जांच पड़ताल के बाद ही जानकारी मिल सकेगी।
दूसरी तरफ बच्चों ने बंधक बनाने की बात से इंकार कर दिया है, जबकि एक बच्चे ने अपने घर जाने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने बताया कि बच्चों को माता-पिता की सुपुर्दगी में देने से पहले उनका मेडिकल कराया जायेगा। उसके बाद माता-पिता से सम्पर्क करके उनकी काउंसलिंग करायी जायेगी, काउंसलिंग के बाद सभी प्रक्रिया पूर्ण होने पश्चात ही उनके माता-पिता को सौपा जायेगा। अभी जांच चल रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर उचित कार्यवाही की जाएगी।