मुजफ्फरनगर। नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में दो स्थानों पर आग लगने से दमकल विभाग की गाड़ियां दौड़ती हुई नजर आई। दोनों स्थानों पर हवा के कारण आग ने कुछ ही देर में विकराल रुप धारण कर लिया। दमकलकर्मियों भारी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग में लाखों का नुकसान होना बताया गया है। आग के कारणों की जानकारी नहीं हो सकी है। हालांकि सम्भावना जताई जा रही है कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी है।
मिली जानकारी के अनुसार जानसठ रोड पर स्थित ओम रेजीडेंसी में दूसरे फ्लोर पर फ्लैट नम्बर 9 में आयुष वर्मा किराए पर रहते हैं। नई मंडी थाना क्षेत्र के द्वारकापुरी स्थित ओम रेजिडेंसी में वर्मा दंपति पिछले 8 महीने से सेकंड फ्लोर पर किराए के फ्लेट में रह रहे थे। आयुष वर्मा मूल रूप से जनपद मेरठ के रहने वाले हैं और इंडियन ओवरसीज बैंक पुरकाजी ब्रांच में मैनेजर के पद पर तैनात है। दंपत्ति अकेले ओम रेजिडेंसी सोसायटी में किराए पर रहते है।
शनिवार की दोपहर के समय फ्लैट में अचानक आग लग गयी। आग लगने पर परिवार के लोग फ्लैट से बाहर आ गए, लेकिन आग ने कुछ ही देर में विकराल रुप धारण कर लिया। आग की सूचना दमकल विभाग को दी गयी जानकारी मिलते ही सीएफओ अनुराग कुमार दो गाडिय़ों के साथ मौके पर पहुंचे। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग में फ्लैट में रखा लाखों का सामान जलकर राख हो गया।
नई मंडी कोतवाली क्षेत्र में पीठ बाजार रोड निवासी शिवचरण का क्राकरी कारोबार है। उन्होंने दोने पत्तल, डिस्पोजल व अन्य सामान मकान की तीसरी मंजिल पर रख रखे थे। आग लगने से मकान से धुआ उठते देख आसपास के लोगों ने

मकान मालिक को जानकारी दी। दमकल विभाग की दो गाडियां मौके पर पहुंची। लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग लगने से पीठ बाजार रोड को कुछ देर के लिए बंद करना पडा। आग में यहां भी लाखों का नुकसान होना बताया गया है। तीसरी मंजिल पर आग को बुझाने में दमकल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
अग्निशमन अधिकारी आरके यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि आग लगने की सूचना मिली थी। तुरंत दो गाड़ियों सहित मैं मौके पर पहुंचा और आग बुझाने के प्रयास में जुट गए। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टियता शॉर्ट सर्किट से आग लगना सामने आया है। जांच की जा रही है कि क्या कारण रहे। उन्होंने कहा कि आग लगने से लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो गया है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले गैस के सिलेंडरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। जिससे बड़ा हादसा ना हो सके, उन्होंने कहा कि अभी जांच की जा रही है।