मुजफ्फरनगर। मीरापुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) के प्रत्याशी अरशद राणा ने जिला अधिकारी (DM) से लिखित शिकायत देकर दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। उनका आरोप है कि सत्तारूढ़ पक्ष ने चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित किया और पुलिस प्रशासन ने AIMIM समर्थकों के साथ बदसलूकी की।
AIMIM के प्रत्याशी अरशद राणा, जिला अध्यक्ष मौलाना इमरान कासमी और समर्थकों के साथ DM कार्यालय पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदान के दौरान पुलिस प्रशासन ने पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया और सत्तापक्ष को जिताने के लिए जनता को डराने-धमकाने का काम किया।
अरशद राणा ने SHO ककरौली समेत कुछ पुलिसकर्मियों पर दुर्व्यवहार और मारपीट के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान उनके बेटे के साथ मारपीट की गई और उसे हिरासत में लिया गया। उन्होंने इस मामले में SHO और अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की है।
मीरापुर उपचुनाव में सत्ता को लगा-हुआ निष्पक्ष मतदान, विपक्ष ने कहा-की गई लोकतंत्र की हत्या
AIMIM प्रत्याशी का कहना है कि इस उपचुनाव में लोकतंत्र की हत्या हुई है। उनके अनुसार, मतदान प्रक्रिया के दौरान बेकाबू भीड़ और पुलिस के बीच झड़पें हुईं, जिससे निष्पक्ष मतदान नहीं हो पाया।
20 नवंबर को मीरापुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ था। मतदान के दौरान ककरौली क्षेत्र में भारी तनाव का माहौल बन गया था। AIMIM ने प्रशासन पर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। कहा,”यह चुनाव प्रशासन की मिलीभगत से एकतरफा रहा। निष्पक्षता की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी गई। पुलिस ने हमारे समर्थकों को निशाना बनाया और सत्तारूढ़ दल को मदद पहुंचाई।”
एआईएमआईएम ने शिकायत में मांग की हैं कि दोबारा चुनाव कराया जाए, निष्पक्ष जांच और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई, एसएचओ ककरौली और अन्य दोषी पुलिसकर्मियों का निलंबन, प्रत्याशी के पुत्र पर हुए हमले की जांच।
डीएम कार्यालय ने शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच की बात कही है। हालांकि, प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। एआईएमआईएम ने यह साफ कर दिया है कि वह इस मुद्दे को लेकर न्यायालय तक जाने को तैयार है।