मुजफ्फरनगर। जनपद से IIT के छात्र के भविष्य पर हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार जो की अपने बच्चों के भविष्य के लिए मेहनत मजदूरी कर पढ़ा रहा था, लेकिन झारखंड राज्य के धनबाद मे IIT कर रहे एक छात्र का इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग मे काउंसलिंग होकर नंबर आया था,समय और आर्थिक मार की वजह से सीट एकस्पेंस की फीस जमा ना कर पाने पर इंजीनियर बनने का सपना टूट गया लेकिन छात्र अतुल कुमार ने रिश्तेदारों की मदद से झारखंड हाई कोर्ट में गुहार के बाद सुप्रीम कोर्ट में दखल दीं और चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया की तरफ से सुनवाई के दौरान मदद की उम्मीद लगी है।
पूरा मामला मुजफ्फरनगर मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर खतौली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत गाँव टिटॉडा निवासी अतुल कुमार पुत्र राजेंद्र मात्र जो की होनहार छात्र है जिसकी पढ़ाई लिखाई बहुत आर्थिक तंगी के बीच हुई पिता एक दैनिक मजदूर है और माँ पशुओ को पालकार परिवार का पालन पोषण करते है… अतुल जिसने JEE पास आउट करके झारखण्ड के धनबाद मे IIT कालेज के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में नंबर आया था जिसकी सीट एकस्पेंस की फीस मात्र 11 मिनट की देरी हो गई और केंसिल हो गई।
बताया जा रहा है कि गांव में किसी साहूकार से भी पैसे के बंदोबस्त को बोला गया था लेकिन पैसे का बंदोबस्त टाइम पर नहीं हुआ तो गरीब छात्र अतुल कुमार ने 5:45 पर जैसे ही पैसे का बंदोबस्त किया तो 5:56 पर ऑनलाइन बैंकिंग बंद हो गई जिसके चलते हैं एक इंजीनियर का सपना अधूरा का अधूरा ही रह गया। लेकिन छात्र अतुल कुमार ने हिम्मत नहीं हारी परिजनों की मदद लेकर झारखंड के धनबाद हाई कोर्ट से जानकारी करते हुए सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया। जिसमें सनी के दौरान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के सामने जब यह मामला आया तो छात्र की बदहाली को देखकर सब हैरान हो गए वही चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के जजो द्वारा अतुल कुमार को उसकी मदद करने का आश्वासन मिला है अब देखने वाली बात होगी इस पूरे मामले में नेक्स्ट हियरिंग अगले सोमवार को होने वाली है उसमें छात्र के भविष्य पर किस तरह का फैसला आता है।
वही पीड़ित छात्रा अतुल कुमार ने कहा कि मैं खतौली के टिटोडा का रहने वाला हूं,हम फीस के लिए इंतजाम कर रहे थे यहां से गांव वालों से कुछ उधार लिया, मेरे पापा ने इधर-उधर से उधार लेकर 24 जून 4:45 तक फीस का इंतजाम कर पाए थे। इसमें जो डेट लाइन थी वह 5; 00 की थी उससे पहले डॉक्यूमेंट अपलोड करने थे उससे पहले फीस भी जमा करनी थी डॉक्यूमेंट अपलोड करें तो उसमें जब 4:56 पर ऑटोमेटिक लॉगआउट हो गया था जिस लिए हमें दोबारा बैंक डिटेल और सब हम पैसों का इंतजाम इस टाइम कर रहे थे। आईआईटी धनबाद में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग अलाउड हुई थी राउंड वन में सेट एक्सपेंस फीस न जमा कर पाने पर कैंसिल हो गई इसलिए अब कोर्ट के जरिए वापस पाना चाह रहे हैं। पहले झारखंड हाई कोर्ट गए थे फिर वहां से ओपन मिला कि मद्रास हाई कोर्ट में फाइल करना चाहिए जब मद्रास हाई कोर्ट में गए।