मुजफ्फरनगर। बागपत की खेकड़ा तहसील से स्थानांतरित होकर आई पीसीएस अपूर्वा यादव ने जिला मुख्यालय पहुंचकर एसडीएम के रूप में अपना पदभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने डीएम से मुलाकात कर अपनी आमद दर्ज कराई और इसके बाद कलेक्ट्रेट पहुुंचकर सीडीओ और एडीएम प्रशासन से मुलाकात करने के साथ ही चुनावी तैयारियों के लिए उनके संग निरीक्षण भी किया।
अपूर्वा यादव बागपत जनपद की खेकड़ा तहसील में एसडीएम के रूप में तैनात थीं, विगत दिवस ही उनका तबादला मुजफ्फरनगर में किया गया है। वो सोशल मीडिया में काफी एक्टिव रहती हैं और खुद का यूट्यूब चैनल बना रखा है। उनके पति विशाल त्यागी और उन्होंने अपना ज्वाइंट सोशल मीडिया अकाउंट वीपूर्वा भी बना रखा है।
हाल ही में यूपी संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा का परिणाम आया है। इसमें टॉपर बेटियां ही रहीं हैं। इसी प्रकार हर साल लाखों अभ्यार्थी इस परीक्षा में शामिल होते हैं। पुरुषों के साथ महिलाएं भी मेहनत और प्रयास से यूपीएससी परीक्षा पास करते हैं और आईएएस-आईपीएस बनते हैं। प्रशासनिक सेवा में आने वाले इन अफसरों में महिलाओं का आंकड़ा भी अच्छा खासा है।
ऐसी ही एक महिला अफसर हैं अपूर्वा यादव, जिन्होंने जिद और जुनून से अपने सपनों के आकाश को छूने का लक्ष्य हासिल कर दिखाया है। अपूर्वा ने हिंदी माध्यम के स्कूल से पढ़ाई करने के बाद न केवल इंजीनियर बल्कि इसके बाद प्रशासनिक अफसर बनकर दिखाया। उनके इस संघर्ष सफर में अहम बात यह है कि अपूर्वा यादव पेशे से इंजीनियर थीं और पहले भारत में काम किया, इसके बाद अमेरिका जाकर नौकरी की, लेकिन प्रशासनिक सेवा में आने के लिए महिला ने एक मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
अपूर्वा यादव मैनपुरी की रहने वाली हैं। अपूर्वा ने हिंदी माध्यम के स्कूल से शुरुआती शिक्षा हासिल की। उसके बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए दाखिला लिया। इंजीनियरिंग के लिए उन्हें अंग्रेजी में महारथ होना आवश्यक था, तो इसके लिए उन्होंने दिन रात मेहनत की। लोगों के साथ वो टूटी फूटी इंग्लिश बोलकर अपना उच्चारण सही करने के प्रयासों में इस चिंता के बिना लगी रही कि उनकी कम नॉलेज को जानकार लोग क्या कहेंगे?
अंतत: अपूर्वा ने काफी मेहनत करने के बाद इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। पढ़ाई पूरी करने के बाद अपूर्वा यादव की नौकरी टीसीएस में लग गई। तीन साल तक अपूर्वा ने टीसीएस जैसी मल्टीनेशनल कंपनी में काम किया। इस दौरान उन्हें अमेरिका जाने का भी मौका मिला। हालांकि अपूर्वा यादव ने अपने लिए एक नया लक्ष्य तय कर लिया था।
अपूर्वा यादव ने बताया कि अमेरिका में नौकरी के दौरान ही उन्होंने तय किया कि उन्हें प्रशासनिक सेवा में जाना है। अपूर्वा ने अमेरिका से लौट कर नौकरी छोड़ी और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरु कर दी। हालांकि अपूर्वा इस परीक्षा में तीन बार असफल हुईं, लेकिन लगातार असफलता मिलने के बाद भी उन्होंने तैयारी जारी रखी और साल 2०16 में चैथे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली। यूपीएससी परीक्षा 2016 में अपूर्वा यादव ने 13वीं रैंक हासिल की।