मुजफ्फरनगर। भारतीय जनता पार्टी के पुरकाजी मंडल अध्यक्ष मनोज जोधा के साथ एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत द्वारा किए गए ‘कथित दुर्व्यवहार’ का मामला निपट गया है। प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल और जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला समेत प्रमुख भाजपा नेताओं ने मामला ‘निपटा’ दिया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की चेतावनी दी थी लेकिन शायद प्रदेश की पुलिस माफियाओं के साथ-साथ भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी मिट्टी में मिलाने पर आमादा है। रोज किसी ना किसी जिले से खबर आती है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने प्रताड़ित किया है। रही बात माफियाओं की, माफिया जेल में रहते हुए भी हत्या करा रहे हैं और जेल में उन्हें ‘फाइव स्टार’ सुविधा मिल रही है, वे जेल में अपनी पत्नियों के साथ हनीमून मना रहे हैं, जिसके चलते पहले बांदा जेल के कई जेल अधिकारी गिरफ्तार किये गए थे और मंगलवार को भी तीन जेल अधीक्षकों को सस्पेंड किया गया है। कल ही आगरा में भी एक दरोगा जी ने बीजेपी विधायक की जमकर क्लास ले ली थी। देखे इसकी पूरी खबर-
मुजफ्फरनगर में भी एक ऐसा ही मामला हुआ है,यहाँ पुरकाजी बीजेपी के मंडल अध्यक्ष हैं मनोज जोधा। मनोज जोधा भारतीय जनता पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। 8 मार्च को मनोज जोधा के भाई पवन सिंह के साथ पुरकाजी थाना इलाके में शकरपुर गांव के पास एक लूट की कथित वारदात हो गई थी, 14 मार्च तक तो एफआईआर भी नहीं लिखी गयी और इसमें अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है ।
मनोज जोधा के मुताबिक, उसने उत्तर प्रदेश के मंत्री कपिल देव अग्रवाल, जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला समेत सभी को अपने साथ हुई घटना की पूरी जानकारी दे दी थी लेकिन फिर भी कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद मनोज जोधा ने एसएसपी संजीव सुमन से मुलाकात की थी और उन्हें अपनी समस्या बताई थी । एसएसपी ने एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा था ।
मनोज जोधा ने बताया कि एसएसपी के निर्देश पर एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत रविवार शाम करीब 5:00 बजे पुरकाजी थाने पहुंचे थे, उनके पास थाने में लूट की घटना में नामजद कराए हुए आरोपियों के परिजन भी बैठे हुए थे। मनोज के मुताबिक, एसपी सिटी ने मनोज की घटना को फर्जी बताते हुए उन्हें बुरी तरह अपमानित किया था और उन्हें मां बहन की गालियां दी थी । साथ ही किसी मुकदमे में जेल भेज देने की धमकी दी थी । मनोज ने घटना के तीन गवाह बताये थे, जिन्हे भी थाना प्रभारी ज्ञानेश्वर बौद्ध ने आरोपियों के माध्यम से ही थाने में पूछताछ करने बुलाया था।
एसपी द्वारा धमकाये जाने पर मंडल अध्यक्ष बुरी तरह आहत हो गए थे और उनकी हालत बिगड़ गई थे और उन्हें हार्ट अटैक आ गया था, भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष को हार्टअटैक आने के बाद एक स्थानीय पत्रकार उन्हें पुरकाजी में ही डॉक्टर महावीर के क्लीनिक ले गए थे जिसके बाद सीएससी ले जाया गया, जहां से जिला चिकित्सालय रैफर कर दिया गया था । उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराये जाने की सूचना पर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला, पूर्व विधायक अशोक कंसल, अनुसूचित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिद्धार्थ समेत सभी भाजपा नेता हाल-चाल लेने अस्पताल पहुंचे थे लेकिन कोई कार्यवाही अब तक इस मामले में नहीं हुई थी।
इससे आहत होकर मंडल अध्यक्ष ने घोषणा कर दी थी कि जब तक एसपी के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती है, तब तक अपने गांव जिन्दा वापस नहीं जायेंगे । उन्होंने एसपी के खिलाफ कार्रवाई न होने पर आमरण अनशन पर बैठने की घोषणा की थी। मनोज जोधा ने बताया था कि 2 दिन में यदि शासन-प्रशासन द्वारा उन्हें न्याय न दिया गया और एसपी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई तो पशु मेले के तत्काल बाद जिले के सभी मंडल अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय या जिला स्तर पर किसी अन्य स्थान पर धरना देंगे और उस पर भी कार्रवाई नहीं हुई तो वे स्वयं आमरण अनशन पर बैठेंगे और उनका आमरण अनशन तभी समाप्त होगा जब एसपी के खिलाफ कार्रवाई हो जाएगी। देखे पूरे मामले का वीडियो-
इस संबंध में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत का कहना था कि उन्हें लूट की घटना की जानकारी मिली थी, जिसकी जांच करने वे पुरकाजी थाने गए थे, लेकिन तथ्यों की जांच में घटना फर्जी पाई गई है। उन्होंने कहा कि मनोज जोधा के भाई द्वारा जो मुकदमा लिखवाया गया है, उसमें कहीं भी तथ्य इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं कि लूट की वारदात हुई है। जब उनसे पूछा गया कि भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष धरना और आमरण अनशन की बात कह रहे हैं, तो इस पर एसपी सिटी ने कहा कि यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, पुलिस अपनी कार्यवाही निष्पक्षता से कर रही है।
आज सुबह यह पूरा मामला रॉयल बुलेटिन ने प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसके बाद जिले में हंगामा मच गया, जिसके पश्चात प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल, जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला, पूर्व विधायक प्रमोद ऊंटवाल, भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष विजेंद्र पाल, अभिषेक चौधरी और रोहिल वाल्मीकि आदि नेता डाक बंगले पर इकट्ठे हुए और मनोज जोधा को वहां बुलाया गया। वहां एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत भी पहुंचे।
जिलाध्यक्ष के मुताबिक दोनों पक्षों का समझौता करा दिया गया है। जिलाध्यक्ष से रॉयल बुलेटिन ने पूछा कि क्या एसपी सिटी द्वारा अपने कथित दुर्व्यवहार पर कोई खेद प्रकट किया गया है, तो उन्होंने इससे इनकार किया। उनसे पूछा गया कि क्या थाना प्रभारी या किसी अन्य के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी, तो उन्होंने इससे भी इनकार किया। जिला अध्यक्ष से पूछा गया कि क्या मनोज जोधा के मुकदमे में कोई कार्रवाई होगी ? तो उन्होंने इससे भी इनकार किया, उनका कहना था कि मामला निपटा दिया गया है। दो दिन के पशु मेले के आयोजन के बाद इस मामले पर आगे चर्चा करेंगे।
बैठक में एसपी सिटी ने साफ़ कर दिया कि उनकी जांच में नामजद कराये गए युवक घटनास्थल पर मौजूद नहीं पाए जा रहे है, वे लूट जैसे संगीन मामले में किसी भी निर्दोष को किसी कीमत पर जेल नहीं भेजेंगे।
एसपी सिटी से भी रॉयल बुलेटिन ने पूछा कि क्या आज के विषय में कुछ कहना चाहेंगे तो उन्होंने भी इस पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है, पर भारतीय जनता पार्टी के सभी बड़े नेताओं के मुताबिक विवाद का ‘निपटारा’ हो गया है।