नोएडा। थाना सेक्टर 63 क्षेत्र के बहलोलपुर गांव में हनुमान मंदिर के बराबर में खाली पड़े एक हजार वर्ग मीटर के प्लाट में नींव खुदाई कार्य के दौरान बराबर वाले अहाते की एक दुकान और कमरा सोमवार को भरभराकर गिर गया। मलबे में दबे 4 में से दो घायलों को निकालकर नजदीक के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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चौथे युवक को अग्निशमन विभाग, एनडीआरएफ व पुलिस टीम ने ढाई घंटे की खोजबीन के बाद बाहर निकला, उसकी दम घुटने के चलते मौत हो गई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस उपायुक्त जोन द्वितीय शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि सोमवार शाम को अम्बेडकर नगर जलालपुर के रहने वाले उदयराज अपने बेटे जितेंद्र के साथ प्लाट में करीब आठ-दस फुट नीचे खुदाई का कार्य कर रहे थे और पुष्पा नाम की महिला मिट्टी को तस्ले से बाहर डाल रहीं थीं।
इसी बीच बराबर वाले अहाते के कोने पर बनी महाकाल हेयर सैलून की दुकान और उसके पीछे बना दस बाई दस का कमरा भरभराकर गिरने लगा। उदयराज बचकर निकल आए और उनका बेटा जितेंद्र मलबे में ही दबा रह गया। जो दुकान और अहाता गिरा उसमें मौजूद प्रशांत पुत्र विपिन कुमार उम्र 15 वर्ष, मायाराम उम्र 22 वर्ष तथा कालु पुत्र वीर सिंह उम्र 35 वर्ष मलवे में दब गए। तीनों को दमकल विभाग और पुलिस ने मलबे से बाहर निकाला। उन्हे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उन्होंने बताया कि दो जेसीबी की मदद से मलबे को हटाने का काम किया गया। मिट्टी व मलबे को हटाकर उसके अंदर दबे जितेंद्र (22 वर्ष) की खोजबीन शुरू की गई। रात करीब पौने आठ बजे युवक का शव प्लाट के काेने वाले हिस्से से दबा हुआ मिला। डीसीपी ने बताया कि युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।
पुलिस के मुताबिक बहलोलपुर गांव में हनुमान मंदिर के तिराहे पर सरदार के खाली प्लाट में ठेकेदार चारहदीवारी और पिलर निर्माण का कार्य करवा रहा है। 15 दिन से प्लाट के खाली हिस्से में पिलर व दीवार निर्माण कार्य जारी है। यहाँ पर उदयराज 15 दिन से और उनका बेटा जितेंद्र 12 दिन से 600 रुपये दिहाड़ी पर काम कर रहा था। उयदराज का परिवार एफएनजी विहार में रहता है।
वहीं मकान गिरने की जानकारी होने पर तिराहे के आसपास लोगों को हुजूम जमा रहा। पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने के लिए रस्साबंदी करानी पड़ी। नोएडा में ग्रेप-4 लागू है। इसके बावजूद भी मकान का निर्माण चल रहा था। इस बात को लेकर भी जिला प्रशासन, प्रदूषण विभाग और पुलिस के अधिकारी कटघरे में हैं।