मुजफ्फरनगर। देवर के प्यार में अंधी भाभी ने अपने ही हाथों सुहाग को उजाड़ दिया और देवर से प्रेमी बने युवक के साथ मिलकर उसने न केवल अपने शौहर का कत्ल कर दिया, बल्कि शौहर की लाश को भी निर्माणाधीन मकान में गड्ढा खोदकर दफना दिया। हत्या के राज से पर्दा उस वक्त उठा, जब शक के आधार पर दोनों से पूछताछ की गई और उन्होंने कत्ल करने की वारदात को कबूल कर लिया। पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों की निशानदेही पर मजिस्ट्रेट की निगरानी में निर्माणाधीन मकान में दफनाए गए शव को खुदवा कर बाहर निकाला और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मामला पुरकाजी थाना क्षेत्र के मांडला गांव का है, जहां सागर नाम का एक व्यक्ति बीते 6 जून को रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हो गया था। इस संबंध में परिजनों ने पुलिस से शिकायत भी की थी, लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी लापता सागर का कोई सुराग नहीं लग पा रहा था। इस सनसनीखेज वारदात के राज से पर्दा उस वक्त उठा, जब मृतक सागर की बीवी आशिया और सौतेले भाई सुहैल को शक के आधार पर पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर दोनों से पूछताछ की गई।
पहले तो दोनों गुमराह करते रहे, लेकिन जब सख्ताई की गई, तो दोनों ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि उन्होंने सागर की हत्या कर दी थी। जानकारी के मुताबिक़ दोनों के बीच काफी दिन से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिसमें सागर रोड़ा बन रहा था, इसलिए उन्होंने सागर की हत्या कर उसकी लाश को निर्माणाधीन मकान में गड्ढा खोदकर दफना दिया था। पुलिस की पूछताछ में जब दोनों हत्यारोपियों द्वारा कत्ल की वारदात को कबूल कर लिया गया, तो पूरे घटनाक्रम की जानकारी आला अधिकारियों को दी गई।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने जानकारी देते हुए बताया कि 7 जून को थाना पुरकाजी पर सूचना प्राप्त हुई थी कि सागर नाम का एक व्यक्ति अचानक से कहीं गायब हो गया है, इसके संबंध में थाने में गुमशुदगी दर्ज की गई। 15 जून गुरुवार की सुबह थाने पर सूचना प्राप्त हुई कि गुमशुदा सागर को उसकी पत्नी व उसका छोटे भाई सोहेल ने 6/7 की रात में मार दिया था और अपने घर में ही बने सेप्टिक टैंक में उसकी बॉडी को डाल दिया था, जब इनसे सख्ती से पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि घर वालों को शक ना हो इसलिए एक निर्माणाधीन मकान में गड्ढा खोदकर 9 तारीख को शव को वहां दफना दिया था, दोनों से पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कुबूल किया है। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेने के बाद जेल भेज दिया है।
ग्राम प्रधान की माने तो अभी 6-7 दिन पहले करीब 6 तारीख के आसपास यह लड़का गायब हुआ था एवं जैसा इनके घर वालों का कहना है कि कही चला गया तो इन्होंने इधर-उधर उससे काफी ढूंढा लेकिन नहीं मिल पाया एवं अभी परसों मैं भी इनके पास आया था लेकिन मुझे ऐसा कुछ लग नहीं रहा था, अभी रात को यह हुआ कि सब परिवार वाले सो रहे थे तो जो मृतक का बहनोई है वह भी यही रहता है तो वह किसी चीज के बहाने रात को ऊपर से नीचे आया जिसके बाद ये दोनों मृतक की पत्नी व मृतक का भाई एक चारपाई पर मिले तो परिवार वालों ने इन्हें पकड़ लिया एवं पूछताछ आदि की और मार-पिटाई भी हुई।
अब सुबह उन्होंने जो उनके यहां लैट्रिन का गड्ढा था उसमें डंडा आदि देकर घुमाया तो उसमें उसका अंगूठा या नाख़ून आदि आये जिसके बाद परिवार वालों को शक हुआ तो उन्होंने उनके साथ मारपीट भी की जिसके बाद पुलिस भी आ गई तो इन्होंने कबूल कर लिया कि हां हम ने ही मारा है और पहले 1-2 दिन सैफ्टिक टैंक में रखा उसके बाद ये ही एक मकान बना रहे थे उसमें उसे दबा दिया, जो यह नया मकान बना रहे थे। उसमें गड्ढा खोदकर दबाया हुआ था तो वहां से बरामद हुआ है, इसमें गांव का समाज का एवं सभी का नाम खराब है एवं परिवारों में भी अगर ऐसी घटना होगी तो फिर तो कुछ रहा ही नहीं।