वाराणसी। वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टक्कर देने के लिया मुर्दा चुनाव लड़ेगा। इस भीड़ के बीच वाराणसी में गले में मैं जिंदा हूं कि तख्ती टांग एक शख्स सांसद प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने कलेक्ट्रेट पहुंचा, तो हर किसी की नजर उसपर टिक गई। हाथ में 25 हजार रुपये और नामांकन फॉर्म लेकर संतोष मूरत सिंह नाम का यह शख्स कचहरी पहुंचा। हालांकि अफसरों ने उन्हें नामांकन स्थल के बाहर कलेक्ट्रेट की गेट पर भी रोक दिया। जिसके बाद नाराज संतोष मूरत सिंह ने वहीं पर हंगामा शुरू कर दिया और गेट के बाहर धरने पर बैठ गया। इसके तहत सातवें चरण के नामांकन के दूसरे दिन पर्चा खरीदा गया है। नामांकन करने जाने पर अधिकारियों ने कल के लिए बुलाया। मुर्दे ने ऐलान किया कि मोदी को मैं चुनाव में हरा दूंगा।
आपको बता दें कि 20 वर्षों से लड़ रहे जिंदा होने की लड़ाई वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र के छितौनी गांव निवासी संतोष मूरत सिंह पिछले 20 वर्षों से राजस्व की फाइलों में जिंदा होने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। इसके लिए वह लोकसभा, विधानसभा एवं राष्ट्रपति जैसे चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भर चुके हैं।
संतोष सिंह मूरत का कहना है कि उनके परिवार वालों द्वारा मुंबई बम ब्लास्ट में उन्हें मृत घोषित कर उनके जमीन को अपने नाम पर हस्तांतरण कर लिया है। जिसको लेकर वह लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं। कहा कि राजस्व की फाइलों में जिंदा होने के लिए 20 सालों से लड़ाई लड़ रहा हूं। इस दौरान 109 बार जेल जा चुका हूं। कोई भी वीवीआईपी मूवमेंट होता है तो पुलिस मुझे हिरासत में ले लेती है। कहा कि अपनी लड़ाई लड़ते-लड़ते वर्ल्ड फेमस हो चुका हूं। मुझे गूगल में बहुत ज्यादा सर्च किया जाता है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मेरी चर्चा कर चुके हैं। मेरी पापुलैरिटी को देखते हुए पीएम मोदी एवं सीएम योगी आदित्यनाथ नहीं चाहते कि मैं चुनाव लड़ूं, क्योंकि उन्हें हार का डर है। जनता मेरे साथ है। अगर मैं चुनाव लड़ता हूं तो जीत मेरी ही होगी। लेकिन उन्हें मेरे से हार का डर है।