मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में मंगलवार को आयकर विभाग ने विश्वकर्मा बिल्डर्स पर शिकंजा कसा है। विभाग की टीम विश्वकर्मा बिल्डर्स के कार्यालयों पर छापेमारी कर रही है। आयकर विभाग की टीम एक साथ तीन जगहों पर छापेमारी कर रही है। जानकारी के अनुसार, आयकर विभाग की टीम ने विश्वकर्मा इन्ड्रस्ट्रियल एरिया में भी छापेमारी की, जिसे बिल्डर ने डेवलप किया था।
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इसके अलावा, मेरठ समेत कई अन्य शहरों में भी विश्वकर्मा बिल्डर्स के कई निर्माण प्रोजेक्ट्स हैं। विभाग ने इन प्रोजेक्ट्स और व्यावसायिक गतिविधियों की जांच की है, क्योंकि इनमें कथित रूप से टैक्स चोरी और काले धन के लेन-देन की आशंका जताई जा रही है। कई पेपरमिल कारोबारी भी विश्वकर्मा बिल्डर्स के कारोबार में साझेदार हैं। आयकर विभाग ने इस संदर्भ में भी जांच की, क्योंकि इन व्यापारियों और बिल्डर्स के बीच संभावित वित्तीय लेन-देन पर सवाल उठाए जा रहे हैं। विभाग को यह संदेह है कि इन साझेदारों के जरिए टैक्स चोरी हो रही थी।
विभाग की टीम दस्तावेजों की छानबीन कर रही है मेरठ आयकर विभाग की कई टीमें एक साथ कार्रवाई कर रही हैं। जिनके ठिकाने पर आयकर विभाग की टीम ने दबिश डाली है, वह कमल ठाकुर, प्रदीप गुप्ता, संजय जैन की साझा फर्म है। आयकर विभाग की इस छापेमारी के दौरान विश्वकर्मा बिल्डर्स के कार्यालयों और अन्य स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। छापेमारी के दौरान किसी को भी घर के अंदर या बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। विभाग की टीम ने मुख्य द्वार को बंद कर दिया है और परिसर के अंदर सभी गतिविधियों को गोपनीय रखा है। गेट के बाहर मीडिया कर्मियों का जमावड़ा देखा जा रहा है।