मेरठ। विकास के नित नए आयाम गढ़ रहे मेरठ में अब एक और अध्याय जुड़ने जा रहा है। इसके तहत यूपीसीडा ने औद्योगिक गलियारा बनाने की रूपरेखा तैयार कर ली है। इसे अमलीजामा पहनाने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे 825 किसानों की 213 हेक्टेयर जमीन खरीद फरोख्त की जाएगी।
यूपीसीडा ने बिजौली और खरखौदा में औद्योगिक गलियारा बनाना तय किया था। जिला प्रशासन किसानों की सहमति से उनकी जमीन का अधिग्रहण करने की कवायद कर रहा है।
खरखौदा और बिजौली के जंगल में गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारा बनाने की रिपोर्ट बनाकर यूपीसीडा ने दो महीने पहले जिला प्रशासन को सौप दी थी। जिलाधिकारी ने एसडीएम सदर कमल किशोर देशभूषण कंडारकर के नेतृत्व में टीम बना दी। सदर तहसील के अधिकारियों द्वारा खरखौदा और बिजौली के किसानों से बातचीत शुरू कर दी।
अभिलेखों में दोनों गांव के 825 किसानों के नाम मिले। जिनसे 213 हेक्टेयर जमीन लेकर यूपीसीडा को देनी है। किसानों के साथ एक सप्ताह से लगातार सदर तहसील के अधिकारियों से वार्ता चल रही है। किसानों को उचित मुआवजा देना निर्धारित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी दीपक मीणा का कहना है कि गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे गलियारा बनाने के लिए जिला प्रशासन लगातार किसानों के संपर्क में है। यूपीसीडा को गलियारा विकसित करना है, जिसमें प्रशासन पूरा सहयोग करेगा।