चरथावल- सोशल मीडिया पर एक उपनिरीक्षक द्वारा टैम्पू चालक के साथ अभ्रद व्यवहार व मारपीट करने का एक वीडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियो से पुलिस विभाग में हडकंप मच गया था, नगर पुलिस अधीक्षक द्वारा वायरल वीडियो का संज्ञान लेने पर जांच सीओ सदर को सौंपी दी गयी थी।
कई दिनों से थाना चरथावल में तैनात पुलिसकर्मी अपनी कार्यशैली को लेकर लगातार चर्चाओं में बने हुए है, जिसके कारण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पांच दिन पूर्व एक उपनिरीक्षक व दो सिपाहियों को उनकी कार्यशैली से परेशान एक व्यक्ति की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया था, लेकिन उसके बावजूद भी पुलिस ने अपनी कार्यशैली में कोई भी सुधार नहीं किया, बल्कि कस्बा इंचार्ज द्वारा एक टैम्पू चालक द्वारा जानकारी लेने पर उसके साथ दुर्व्यवहार एवं अकारण ही मारपीट कर दी थी और उसे थाने लाकर बंद करने तक की धमकी दे डाली थी, जबकि टैम्पू में बैठी महिला उक्त दारोगा से टैम्पू चालक को छोड़ने की गुहार लगाती रही थी।
वर्दी के रौब में दारोगाजी ने महिला की एक नहीं सुनी और उसे थाने ले आए थे। यह सारा माजरा बस स्टैण्ड पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गया था। दरोगा द्वारा दुर्व्यवहार व मारपीट की वीडियो किसी के द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गयी थी।
वायरल वीडियो का नगर पुलिस अधीक्षक सत्य नारायण प्रजापत द्वारा संज्ञान लेने पर वायरल वीडियो की जांच सीओ सदर को सौंपी गयी थी। उनका कहना था कि जांच के बाद कार्यवाही की जायेगी। दारोगाजी के व्यवहार से क्षेत्र के लोगों में नाराजगी बनी हुई थी। मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ था, लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी योगी सरकार में भी आम गरीब टेम्पू चालक को अब तक भी न्याय न मिलने के कारण जहाँ क्षेत्र में तरह तरह की चर्चा व्याप्त हो रही है, वही क्षेत्रवासी यह चर्चा करते नजर आ रहे है कि गरीब आदमी का तो नसीब ही पिटना है, चाहे किसी की भी सरकार हो गरीब की कौन सुनता है। आरोपी दरोगा के खिलाफ अब तक भी कोई कार्यवाही न होने के कारण क्षेत्रवासियों की यह चर्चा सही साबित होती नजर आ रही है् ।