Sunday, December 22, 2024

पूर्व MLC हाजी इकबाल की संपत्ति खरीदने वाला इंस्पेक्टर सस्पेंड, SP ट्रैफिक की जांच में इंस्पेक्टर दोषी

सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के मोस्टवांडेड खनन माफिया एवं पूर्व MLC हाजी इकबाल की करोड़ों की बेनामी संपत्ति को खरीदने वाला इंस्पेक्टर सस्पेंड हो गया है। इंस्पेक्टर ने 48 लाख रुपए में 25 बीघा जमीन का बैनामा अपनी पत्नी के नाम करा लिया था। एसपी ट्रैफिक की जांच के बाद इंस्पेक्टर पर सस्पेंसन की कार्रवाई हुई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने मिर्जापुर इंस्पेक्टर नरेश कुमार को संस्पेड करते हुए इनके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है।

आपको बता दें कि मिर्जापुर इंस्पेक्टर पर आरोप लगे थे कि उन्होंने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए खनन कारोबारी और फरार इनामी हाजी इकबाल की बेनामी संपत्ति को अपनी पत्नी के नाम करा लिया। ग्रामीण को डरा-धमकाकर करोड़ो रुपये कीमत की जमीन का बैनामा अपनी पत्नी के नाम लाखों रुपये में करा लिया। पहले यह शिकायत स्थानीय स्तर पर की गई लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मामला सीएम दरबार तक जा पहुंचा। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विपिन ताड़ा ने एसपी ट्रैफिक को आरोपों की जांच देते हुए मिर्जापुर इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया था। अब प्राथमिक जांच में आरोप सही पाए जाने पर नरेश कुमार के सस्पेंड कर दिया गया है।

इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने जिस व्यक्ति के नाम पर हाजी इकबाल की बेनामी संपत्ति थी, उसको दो दिन थाने में बंद रखा। उसे डराया और धमकाया। उसे फर्जी मुकदमे में फंसाने का डर दिखाया। जिसके बाद पीड़ित ने जमीन को 48 लाख रुपए में बेच दिया। मामला संज्ञान में आने के बाद SSP डॉ.विपिन ताडा ने जांच एसपी ट्रैफिक सिद्धार्थ वर्मा को दी थी। उनकी जांच में इंस्पेक्टर दोषी पाए गए। जिसके बाद SSP ने इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

लखनऊ के रहने वाले सचिन नाम के एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करते हुए बताया है कि सहारनपुर के एक थाने के प्रभारी ने कुछ अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर सहारनपुर के सिकंदरपुर निवासी एक व्यक्ति की 1.64 हेक्टेयर भूमि को हड़प लिया। इस भूमि की कीमत करोड़ों रुपये बताते हुए कहा गया है कि एसओ ने महज 48 लाख रुपये में इस भूमि का बैनामा अपनी पत्नी के नाम करा लिया।

देवेंद्र शुक्ला नाम के अधिवक्ता के माध्यम से ये शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर कराई गई है। इस शिकायत में पूरे मामले को खोलते हुए आरोपों की जांच कराए जाने की मांग की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विपिन ताड़ा एसपी ट्रैफिक को जांच दी थी। अब प्राथमिक जांच में आरोप सही पाए जाने पर विभागीय जांच बैठा दी गई है।

एसएसपी डॉ.विपिन ताडा का कहना है, एसपी ट्रैफिक ने मिर्जापुर में तैनात इंस्पेक्टर की जांच की थी। जिसमें वह दोषी पाए गए है। इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। इंस्पेक्टर की अब विभागीय जांच कराई जा रही है। पूरे मामले की विभागीय जांच एसपी देहात को सौंप दी है।

 

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