बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एटीएम से करोड़ों रुपये की हेराफेरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिले के बड़ौत क्षेत्र में स्थित दो दर्जन एटीएम से कुल 5 करोड़ 26 लाख रुपये गायब हो गए थे। इस मामले की जांच कर रही पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने इस घोटाले में शामिल मुख्य आरोपी गौरव तोमर और रॉकी मलिक से करोड़ों रुपये की नगदी बरामद की है, जिसे आरोपियों ने जमीन में गाड़कर छिपा रखा था।
मुख्य आरोपी गौरव तोमर ने अपने गांव आरिफपुर खड़खड़ी (बड़ौत) स्थित घर में भूसे के ढेर और जमीन के अंदर बड़ी मात्रा में नकदी छिपा रखी थी। वहीं उसका साथी रॉकी मलिक, जो शामली जिले के हसनपुर गांव का निवासी है, उसने भी अपने खेत में करोड़ों रुपये दबा दिए थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों की निशानदेही पर छापेमारी करते हुए कुल ₹5.26 करोड़ की नगदी बरामद की है।
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गौरव तोमर और रॉकी मलिक दोनों ही एटीएम में नकदी डालने का काम करने वाली सीएमएस कंपनी में कर्मचारी थे। उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एटीएम में पैसे डालने के दौरान हेराफेरी की। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि उन्होंने बड़ौत क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक एटीएम में करोड़ों रुपये की गड़बड़ी की थी।
बड़ौत पुलिस ने इस घोटाले में शामिल गौरव और रॉकी के अलावा चार अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हैरानी की बात यह है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक चंडीगढ़ पुलिस का इंस्पेक्टर भी शामिल है। फिलहाल पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है और पूरे रैकेट की परतें खोलने की कोशिश में लगी है। पुलिस इस बड़ी रिकवरी को लेकर सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तृत जानकारी साझा करेगी।
जमीन से करोड़ों रुपये निकलते देख खुद पुलिस कर्मी भी हैरान रह गए। नगदी इतनी ज्यादा थी कि उसे गिनने के लिए मशीनों की मदद लेनी पड़ी। सूत्रों की मानें तो अभी भी कुछ रकम अन्य जगहों पर छिपाई गई हो सकती है, जिसकी तलाश जारी है।