गाजियाबाद। थाना लिंक रोड क्षेत्र स्थित साहिबाबाद नवीन फल एवं सब्जी मंडी में सोमवार को एक बार फिर अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासनिक अभियान चलाया गया। इससे पहले भी मंडी समिति द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, जिसमें व्यापारियों के तेज विरोध का सामना करना पड़ा था। अब दोबारा की गई इस कार्रवाई ने मंडी में अफरा-तफरी और तनाव का माहौल पैदा कर दिया है।
सुबह से ही मंडी में नगर निगम और प्रशासन की टीम के साथ पीला पंजा (जेसीबी मशीन) पहुंची, जिसने कई अस्थायी ठेलियों और दुकानों को हटाना शुरू कर दिया। इस कार्रवाई को लेकर व्यापारियों में नाराज़गी और भय दोनों देखा गया।
मुज़फ्फरनगर में मिट्टी कटाव से नाराज किसान, हाईवे निर्माण कंपनी के प्लांट पर दिया धरना
व्यापारियों का कहना है कि मंडी समिति द्वारा की जा रही इस कार्रवाई से उनका भारी आर्थिक नुकसान हो सकता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने किसानों को एडवांस में मोटी रकम दे रखी है ताकि मंडी में लगातार ताजा माल आता रहे। लेकिन अगर किसान इस डर से सब्जी लेकर नहीं आएंगे कि मंडी में अस्थिरता है या व्यापार ठप हो रहा है, तो व्यापारी पूरी तरह बैकफुट पर आ जाएंगे।
मुज़फ्फरनगर में शादी समारोह में दूल्हा-दुल्हन पक्ष में हुई मारपीट, आधा दर्जन बाराती घायल
एक स्थानीय व्यापारी ने बताया कि “हमने सब्जी किसानों को लाखों रुपये एडवांस में दिए हैं। अब अगर मंडी में रोज ये कार्रवाई होती रही तो किसान माल लाना बंद कर देंगे और हमारा लाखों का नुकसान हो जाएगा।”
इस बीच, मंडी में भारी पुलिस बल तैनात रहा ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे और किसी भी तरह की अराजकता या विरोध प्रदर्शन को रोका जा सके।
प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमण हटाना आवश्यक है ताकि मंडी में सुचारु रूप से व्यापार चल सके और आम लोगों को आवागमन में कोई परेशानी न हो। लेकिन व्यापारियों का तर्क है कि उन्हें पूर्व सूचना और वैकल्पिक व्यवस्था के बिना हटाया जाना अन्यायपूर्ण है।
व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि अगर बिना उचित संवाद के कार्रवाई जारी रही, तो वे जबरदस्त विरोध प्रदर्शन करेंगे।