तेहरान/ तेल अवीव। ईरान ने इजराइल पर दो सौ से अधिक मिसाइल और ड्रोन दागे हैं। इजराइल का दावा है कि ईरान की तरफ से किए गए ज्यादातर मिसाइल और ड्रोन को इजराइल डिफेंस सिस्टम ने हवा में मार गिराया गया। इजराइल के डिफेंस फोर्स बेस को कुछ नुकसान पहुंचा है। उधर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् ने इजराइल पर ईरान के हमले के बाद लगातार बिगड़ती स्थिति को लेकर 14 अप्रैल को आपातकालीन बैठक बुलाई है।
ईरान ने शनिवार को 1800 किमी दूर इजराइल पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद इसे जवाबी कार्रवाई बताया जा रहा है। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के मुताबिक यह लक्षित निशाने के साथ किया गया हमला है।
उल्लेखनीय है कि 1 अप्रैल को सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद ईरान ने बदला लेने की बात कही थी। हमले में सेना के एक शीर्ष कमांडर सहित 7 सैन्य अफसरों की मौत हुई थी। ईरान ने हमले के लिए इसराइल को जिम्मेदार ठहराया था।
उधर, इसराइली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) की तरफ से कहा गया है कि 100 से ज्यादा ड्रोन छोड़े गए हैं और तमाम हमलों को रोका जा रहा है। इसराइल, लेबनान और इराक ने अपने एयरस्पेस को बंद कर दिए हैं। जबकि सीरिया और जॉर्डन ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम को अलर्ट पर रख दिया है।
इसराइल के प्रधानमंत्री ने वॉर कैबिनेट की बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश किसी भी स्थिति के लिए तैयार है चाहे रक्षात्मक हो या आक्रामक। नेतन्याहू ने कहा कि हमारा साथ देने के लिए अमेरिका के साथ-साथ वे ब्रिटेन, फ्रांस और कई अन्य देशों की सराहना करते हैं।
इजराइल पर ईरान के हमले पर अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन इसराइल की सुरक्षा करने के लिए दृढ़ हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका हमेशा इसराइल के लोगों के साथ खड़ा है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी ईरान के हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि ब्रिटेन, इसराइल और सभी अपने सभी क्षेत्रीय भागीदारों की सुरक्षा के लिए खड़ा रहेगा।