यरुशलम। इजराइल द्वारा फिलस्तीन के गाजा पट्टी के दक्षिणी शहर खान यूनिस को तबाह करने के बाद मिस्र की सीमा से सटे शहर रफाह में हमले बढ़ाने का संकल्प लिया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को वीडियो संदेश में कहा कि इसके लिए हमने तारीख निश्चित कर ली है।
वहीं, इजराइल के निकट सहयोगी अमेरिका ने कहा है कि रफाह में जमीनी हमले करना उसकी की बड़ी गलती होगी। उसने इसके बजाय वैकल्पिक समाधान तलाशने की मांग की है। इजराइल ने इससे पहले रविवार को खान यूनिस से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया था। अब वहां मूल फिलस्तीनी लौटने लगे हैं, लेकिन वहां चारों ओर खंडहरों को देखकर परेशान हैं।
इस बीच, इजराइल के रक्षा बलों ने मंगलवार सुबह कहा कि सोमवार रात गाजा सेंट्रल कैंप में हवाई हमले में हमास के आतंकी कमांडर हातेम अलरामेरी को मार गिराया गया है। अलरामेरी, हमास के केंद्रीय शिविरों की मघाजी बटालियन के भीतर राकेटों के प्रक्षेपण में शामिल था। इसके साथ इजराइली बल ने दावा किया कि उसने लाल सागर से आ रहे ड्रोन को मार गिराने के लिए पहली बार समुद्री मिसाइल रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल किया है।
इजराइली बलों ने यह भी बताया कि सोमवार रातभर उसके युद्धक विमानों ने देश के महज्जाह क्षेत्र में सीरियाई सेना के सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमला किया। कहा, इससे एक दिन पहले हमने देश के दक्षिण में सीरियाई सेना के एक ठिकाने पर तोपखाने से हमला किया था। उधर, निकारागुआ ने यूएन की शीर्ष अदालत में जर्मनी पर गाजा में नरसंहार में मदद करने का आरोप लगाया है। कहा, इजरायल को हथियार बेचना इसे दर्शाता है। वहीं जर्मनी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया।
पीएम नेतन्याहू ने कहा कि इजराइली मध्यस्थ मिस्त्र में हमास के प्रतिनिधिमंडल से युद्धविराम समझौते का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, हमास ने मंगलवार को कहा कि युद्धविराम को लेकर इजरायल के नए प्रस्ताव में उसकी कोई भी मांग स्वीकार नहीं की गई है। लेकिन, वह इजराइल के प्रस्ताव का अध्ययन करेगा, इसके बाद कोई जवाब देगा। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव मिस्त्र और कतर के मध्यस्थों के जरिये उसे प्राप्त हुआ है।
गाजा युद्ध के दौरान खराब हुए संबंधों के बीच तुर्किये और इजरायल ने मंगलवार को जैसे को तैसा व्यापार प्रतिबंधों की घोषणा की। गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों के कट्टर आलोचक तुर्किये ने सबसे पहले घोषणा की कि वह तत्काल प्रभाव से इजरायल को 54 प्रकार के उत्पादों के निर्यात को प्रतिबंधित कर रहा है।