रफाह। मिस्र की सीमा के पास गाजा के दक्षिणी शहर रफाह में इजराइल सुरक्षा बलों (आईडीएफ) ने ताबड़तोड़ हवाई हमला कर बम बरसाते हुए फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन हमास के कब्जे से दो बंधकों को सुरक्षित रिहा करा लिया। रातभर हुई ताबड़तोड़ बमबारी में फिलिस्तीन के कम से कम 74 नागरिकों की जान चली गई।
अमेरिका के प्रमुख अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइली सेना ने बिना किसी नुकसान के दो बंधकों को एक भी खरोंच आए बिना हमास के ठिकाने से बाहर निकाल लिया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भीड़भाड़ वाले शहर में दर्जनों फिलिस्तीनी मारे गए हैं। जिन दो लोगों को बचाया गया है, उनमें फर्नांडो साइमन मार्मन (60) और लुईस हार (70) शामिल हैं। दोनों के पास इजराइल और अर्जेंटीना की दोहरी नागरिकता है। दोनों के स्वास्थ्य की जांच तेल अवीव के एक अस्पताल में की जा रही है।
द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, इस ताजा घटनाक्रम का असर अन्य बंधकों की रिहाई पर इजराइल और हमास आतंकवादी समूह के बीच समझौते के प्रयास पर नहीं पड़ेगा। संयुक्त राज्य अमेरिका, मिस्र, इजराइल और कतर के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच मंगलवार को काहिरा में बातचीत फिर से शुरू होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय का कहना है कि अब तक गाजा से 42 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। अमेरिका (व्हाइट हाउस) दो बंधकों की रिहाई से खुश है। व्हाइट हाउस ने ऑपरेशन के दौरान फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत पर दुख व्यक्त किया है।
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी का कहना है कि रफाह से दो बंधकों की रिहाई की सूचना सुखद है। अब बाकी 134 बंधकों की रिहाई कराना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैट मिलर ने कहा है कि बंधकों को छुड़ाने के लिए ऑपरेशन चलाने का इजराइल को “अधिकार” है। इस बीच, बेरुत में हमास के नेता ओसामा हमदान ने कहा है कि इजराइल बंधकों की रिहाई को लेकर गंभीर नहीं है।