Tuesday, June 25, 2024

बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर, रेलवे सिग्नल की अनदेखी, 9 लोगों की मौत

कोलकाता/नयी दिल्ली -पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी जिले में सोमवार को न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के समीप एक मालगाड़ी ने कंचनजंघा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी जिससे नौ लोगों की मौत हो गयी एवं 41 से अधिक लोग घायल हो गये।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी है।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि “प्रथम दृष्टया” यह “मानवीय भूल” का मामला है और दुर्घटना “सिग्नल की अनदेखी” के कारण हुई है।
श्री वैष्णव ने कहा कि नौ मृतकों में से मालगाड़ी के दो लोको पायलट , यात्री ट्रेन के गार्ड, एक आरएमएस कर्मचारी और राज्य उत्पाद शुल्क विभाग के एक अधिकारी सहित पांच शवों की पहचान की गई है।
उन्होंने दुर्घटनास्थल पर संवाददाताओं से कहा कि बचाव अभियान पूरा होने के बाद खंड में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए काम शुरू किया गया।
रेलवे प्रवक्ता ने बताया कि घायलों में से नौ लोगों की हालत गंभीर है जबकि 32 को सामान्य चोटें आई हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना सुबह करीब 08.30 बजे उस समय हुई जब अगरतला से सियालदह जा रही कंचनजंघा एक्सप्रेस न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर रूकने के बाद गंतव्य के लिए रवाना हुई थी। इसी दौरान रंगापानी स्टेशन के पास उसी लाइन पर एक मालगाड़ी ने पीछे से एक्सप्रेस ट्रेन को टक्कर मार दी।
रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जया वर्मा सिन्हा ने कहा, “प्रथम दृष्टया इसका कारण मानवीय त्रुटि लगती है। शुरुआती संकेत से पता चलता है कि यह सिग्नल की अवहेलना का मामला है। पश्चिम बंगाल के लिए योजना के अनुसार कवच प्रणाली को आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक यह दुर्घटना रेलवे अधिकारियों की ओर से सिग्नल की अनदेखी के कारण हुई।
सुश्री सिन्हा ने कहा, ”दुर्घटना के कारण एक्सप्रेस ट्रेन के पिछले हिस्से के चार डिब्बे और कंटेनर ट्रेन के पांच डिब्बे पटरी से उतर गये। प्रथम दृष्टया मानवीय भूल इसकी वजह मानी जा रही है।
उन्होंने बताया कि दुर्घटना से अप और डाउन दोनों लाइनें प्रभावित हुईं, जिससे नौ ट्रेनें अपने रूट के विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रहीं।
श्री वैष्णव ने सोशल मीडिया एक्स पर घोषणा की कि केंद्र सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये की बढ़ी हुई अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
मंत्री ने कहा, “पीड़ितों को बढ़ी हुई अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि मृत्यु के मामले में 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल होने पर ढाई लाख रुपये और मामूली चोटों के लिए 50,000 रुपये दिये जायेंगे।” उन्होंने उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का दौरा किया और लोगों से बात की। यहां घायलों को भर्ती कराया गया।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। पीएमओ की ओर से घटना में घायल हुए प्रत्येक व्यक्ति के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की गई।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है।”
कई गैर सरकारी संगठनों सहित भारतीय सेना की एक मेडिकल टीम लोगों की सहायता के लिए मौके पर पहुंची। एनडीआरएफ और डीएमजी ने पहले ही बचाव अभियान शुरू कर दिया था। हालाँकि ख़राब मौसम के कारण निकासी प्रभावित हुई। बचावकर्मी क्षतिग्रस्त बोगियों के अंदर फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं। हालाँकि सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाले स्थानीय लोग थे।
इस बीच पश्चिम बंगाल के रंगपानी रेलवे जंक्शन के पास रेल दुर्घटना के बाद बारसोई-न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) रेल खंड पर रेल यातायात प्रभावित हुआ।
कटिहार के मंडल रेल प्रबंधक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि डिब्रूगढ़ नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, हावड़ा न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस सहित नौ ट्रेनों को न्यू जलपाईगुड़ी-सिलीगुड़ी-बागडोगरा-अलुआबाड़ी रेल खंड पर डायवर्ट किया गया है। दुर्घटना के बाद गुवाहाटी, अगरतला और उत्तर पूर्व जाने वाली कई ट्रेनें बारसोई-जलपाईगुड़ी रेल खंड पर विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर फंसी हुई हैं। दुर्घटना के कारण राधिकापुर-सिलीगुड़ी इंटरसिटी एक्सप्रेस समेत दो ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
एनएफआर बुलेटिन में कहा गया है कि एक्सप्रेस ट्रेन का अप्रभावित हिस्सा घटना के कुछ घंटों बाद 1,300 यात्रियों को लेकर आगे की यात्रा के लिए रवाना हो गया और ट्रेन में सवार प्रत्येक यात्री को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए गए।
मृतकों की पहचान रेलवे कर्मचारी कंचनजंगा एक्सप्रेस के गार्ड आशीष डे, मालगाड़ी के लोको पायलट अनिल कुमार और मालगाड़ी के एएलपी मुन्ना कुमार के रूप में हुई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स पर कहा, ”अभी दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा इलाके में दुखद रेल दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। बताया जा रहा है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकरा गयी है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों और आपदा दल को डॉक्टर और एंबुलेंस के साथ चिकित्सा सहायता के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है। युद्ध स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।”
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने लिखा, ”मुझे पता चला कि एक दुखद घटना में अगरतला-सियालदह कंचनजंघा एक्सप्रेस न्यू जलपाईगुड़ी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मालगाड़ी से टक्कर में तीन डिब्बे विशेष रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। बचाव अभियान पहले ही शुरू हो चुका है। मैं इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।”
श्री साहा ने त्रिपुरा के यात्री के परिजनों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
प्रशासन ने पीड़ितों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। न्यू बोंगाईगांव स्टेशन हेल्पलाइन नंबर 9435021417 9287998179 हैं। वहीं अलुआबारी रोड इमरजेंसी नंबर- 8170034235, किशनगंज इमरजेंसी नंबर- 7542028020 और 06456-226795, दालखोला इमरजेंसी नंबर- 8170034228 बारसोई इमरजेंसी नंबर- 7541806358 और सैमसी इमरजेंसी नंबर- 03513-265690 03513- 265692 हैं।
पूर्वी रेलवे (ईआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने बताया कि न्यू जलपाईगुड़ी के समीप ट्रेन दुर्घटना में फंसे हुए यात्रियों को वापस लाने के लिए सियालदह से आपातकालीन विशेष यात्री ट्रेन रंगापानी में दुर्घटनास्थल के लिए रवाना होगी। इसके साथ ही उत्तर बंगाल राज्य परिवहन (एनबीएसटी) फंसे हुए यात्रियों को वापस लाने के लिए 10 मैक्सी बसें चलायेगा।

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