मुजफ़्फरनगर। उत्तर रदेश के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गंगा एक्सप्रेस वे को मुजफ़्फरनगर व हरिद्वार तक जोडऩे की मांग की, योगी ने सर्वे की सहमति दे दी है।
बुधवार को महाकुम्भ 2025 त्रिवेणी तट पर हुई कैबिनेट की ऐतिहासिक बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए बड़े फैसले लिए हैं। पावन त्रिवेणी तट पर हुई कैबिनेट की ऐतिहासिक बैठक में 320 किलोमीटर लंबाई वाले विंध्य एक्सप्रेसवे और 100 किमी लंबाई वाले विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण को सैद्धांतिक सहमति दी गई।
मुज़फ्फरनगर के मोरना में होटल में हुई मारपीट में होटल संचालक गिरफ्तार, एक पहले हुआ था गिरफ्तार
विशेष कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित और प्रकरण एक्सप्रेसवे के माध्यम से कनेक्टिविटी नेटवर्क विकास और क्षेत्र में औद्योगिक परियोजनाओं का विकास हो रहा है। वर्तमान में प्रदेश के पश्चिमांचल, मध्यांचल, पूर्वांचल और बुंदेलखंड क्षेत्र एक्सप्रेसवे से आच्छादित हैं और अब दूरवर्ती दक्षिणी-पूर्वी विंध्य क्षेत्र में सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाना आवश्यक है।
बैठक में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मेरठ से प्रयागराज की ओर बनने वाले गंगा एक्सप्रेस वे को मुजफ़्फरनगर व हरिद्वार से जोडऩे की मांग की, जिस पर मुख्यमंत्री ने सर्वे किये जाने की सहमति भी दी है।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि इस संबंध मे उन्होंने उत्तराखंड सरकार के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से भी दूरभाष के माध्यम से वार्ता क़ी है। उन्होंने कहा कि यदि मुजफ़्फरनगर व हरिद्वार तक ये एक्सप्रेस वे आ जाता है तो आवगमन सुगम हो जायेगा तथा यात्रा में लगने वाला समय भी कम हो जायेगा।
उन्होंने बताया कि महाकुंभ नगर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित मंत्री परिषद की बैठक में प्रदेश के विकास को नई दिशा देने वाले कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय लिए गए। बैठक में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और अधोसंरचना को मजबूत करने के लिए कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
मुज़फ्फरनगर में आरएसएस के पदाधिकारी को मारी गोली, 18 किलोमीटर किया पीछा, पुलिस में मच गया हड़कंप
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के 62 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों आईटीआई को टाटा टेक्नोलॉजी लिमिटेड के सहयोग से आधुनिक तकनीकी उपकरणों और प्रशिक्षण सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पांच सेंटर फॉर इनोवेशन, इंवेंशन, इन्क्यूबेशन एंड ट्रेनिंग स्थापित किए जाएंगे, जो युवाओं को इनोवेशन और आधुनिक तकनीकी कौशल से जोडऩे का कार्य करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि टाटा टेक्नोलॉजी लिमिटेड के माध्यम से
प्रदेश में कुल 15० आईटीआई का उन्नयन किया जा रहा है। यह पहल युवाओं को वैश्विक मानकों के अनुरूप कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगी, जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और औद्योगिक विकास को बल मिलेगा। बैठक में गंगा एक्सप्रेसवे के विस्तार का प्रस्ताव भी स्वीकृत किया गया। यह एक्सप्रेसवे अब प्रयागराज से मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, चंदौली होते हुए गाजीपुर तक बढ़ाया जाएगा और इसे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा।
मुज़फ्फरनगर में ‘योगी राज’ में भी नहीं मिल रही ‘रामयात्रा’ की मंजूरी, रामभक्तों में छाया रोष !
मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना में मुजफ्फरनगर को भी जोडऩे की मौखिक स्वीकृति दी है और इसके लिए सर्वे भी किया जाएगा। इस निर्णय से प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों के बीच संपर्क सुदृढ़ होगा और आर्थिक विकास को गति मिलेगी। मंत्री अग्रवाल ने कहा यह निर्णय प्रदेश में व्यावसायिक शिक्षा और अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में नए युग की शुरुआत करेगा, इससे न केवल प्रदेश के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे, बल्कि उद्योग और निवेश के लिए उत्तर प्रदेश एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा।