देहरादून। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जनपद में 07-केदारनाथ विधानसभा सीट पर उप चुनाव के लिए मतदान बुधवार को शांतिपूर्वक एवं पारदर्शिता के साथ संपन्न हो गया। सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक कुल 57.64 प्रतिशत मतदान हुआ। इस प्रकार कुल 53 हजार 526 मत ईवीएम में कैद हो गए, जो चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। ऐसे में लोगों को अब परिणाम आने का इंतजार है। हालांकि मतगणना 23 नवंबर को होगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम व अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने सफलतापूर्वक संपन्न हुए मतदान के लिए समस्त अधिकारियों-कार्मिकों को बधाई दी है। साथ ही सभी जनपदवासियों का भी सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 07-केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव में कुल 57.64 प्रतिशत मतदान हुआ है। विधानसभा में इस बार कुल 90 हजार 875 मतदाता थे, जिनमें 45 हजार 956 महिला मतदाता व 44 हजार 919 पुरुष मतदाता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आज हुए मतदान में कुल 53 हजार 526 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसमें 28 हजार 329 महिला मतदाता व 25 हजार 197 पुरुष मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्रांतर्गत सभी पोलिंग बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ है। किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना की सूचना कहीं से भी प्राप्त नहीं हुई है। मतदेय स्थलों पर तैनात अधिकतर पोलिंग पार्टियों की वापसी शुरू हो गई है। साथ ही चुनाव आयोग से मिली अनुमति के बाद सात पोलिंग पार्टियां 21 नवंबर (गुरुवार) को प्रातः लगभग 9-10 बजे तक अगस्त्यमुनि मतगणना केंद्र पर पहुंच जाएंगी।
28329 महिलाएं ताे 25197 पुरुष मतदाताओं ने किया वाेट, पुरुषों को पछाड़ा
मतदान को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह दिखा। घूंघट की ओट में आधी आबादी ने घर की डेहरी लांघी और खूब वोट की चोट की। चूल्हा-चौका छोड़ कतारबद्ध महिलाएं वोट डालने के लिए उत्साहित नजर आईं। उनका कहना था कि पांच साल में एक बार सरकार चुनने के लिए वोट का मौका मिलता है। वह इस मौके को नहीं छोड़ना चाहतीं। कोई सास का हाथ पकड़कर वोट डालने आ रही थी तो कोई बच्चे को गोद में उठाकर, कहीं समूह में तो कहीं अकेले ही हाथ में पर्ची लेकर चली आ रहीं थीं। उप चुनाव में 28 हजार 329 महिलाओं ने वोट किया है। जबकि 25 हजार 197 पुरुष मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। वोट देने के बाद मतदाताओं ने सेल्फी प्वाइंट में सेल्फी ली और फोटो खिंचवाई।
झुर्रियों भरी चेहरे पर खुशी की झलक, घाेड़े से मतदान पहुंचा 80 वर्षीय बुजुर्ग
मतदान को लेकर जहां केदारघाटी के युवा मतदाताओं में खासा उत्साह है तो वहीं वयोवृद्ध मतदाता भी व्याकुल हैं। बुजुर्ग मतदाताओं की चेहरे पर अलग ही खुशी झलक रही थी। ये कहते हैं कि वे अब भी अपना वोट देने जाते हैं। वोट देने का अधिकार सबका है। अब उन्हें मतगणना और चुनाव परिणाम का इंतजार है। यहां तक कि मदमहेश्वर घाटी के गिरीया में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग वोट डालने के लिए घोड़े से मतदान केंद्र तक आए।
भाजपा-कांग्रेस समेत ये छह उम्मीदवार हैं चुनाव मैदान में
केदारनाथ विधानसभा सीट भाजपा विधायक शैलारानी रावत का गत नौ जुलाई को निधन होने से खाली हुई थी। उप चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा की आशा नौटियाल और कांग्रेस के पूर्व विधायक मनोज रावत के बीच माना जा रहा है। उत्तराखंड क्रांति दल के डॉ. आशुतोष भंडारी के अलावा तीन अन्य उम्मीदवार आरपी सिंह, त्रिभुवन सिंह चौहान और प्रदीप रोशन रुड़िया निर्दलीय चुनाव मैदान में है।
दोपहर बाद वोट देने घर से निकले लोग
केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव को लेकर भले ही मतदान प्रतिशत शुरूआत में कम रहा, मगर दोपहर होते ही मतदाताओं में उत्साह दिखने लगा और पोलिंग बूथों पर बड़ी संख्या में मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। ठिठुरन के बीच केदारनाथ विधानसभा के अनेक बूथों पर लोग वोट देने पहुंचे। सुबह नौ बजे तक 4.30 प्रतिशत ही मतदान हुआ। 11 बजे तक 17.69 फीसदी मतदान हुआ। इसके बाद दोपहर एक बजे 34.40 फीसदी और अपराह्न तीन बजे 47 फीसदी मतदान हुआ। इसके उपरांत मतदाता लगातार पोलिंग बूथों पर वोट देने निकले। बाजार वाले पोलिंग बूथों पर मतदाता दोपहर बाद ही वोट देने पहुंचे। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ मतदाता 11 बजे तक वोट देकर लौट गए। इसके अलावा बुजुर्ग मतदाता 12 बजे बाद ही वोट देने के लिए पोलिंग बूथों पर पहुंचे। पांच बजे तक कुल 56.78 प्रतिशत मतदान हुआ। शाम छह बजे तक 56.78 प्रतिशत मतदान के साथ 173 पोलिंग बूथों पर मतदान प्रक्रिया पूर्ण हो गई।
कुछ जगहों पर ग्रामीणों ने वोट देने को लेकर की आनाकानी
जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार ने बताया कि चार ऐसे मतदान बूथ तैयार किए गए थे, जिनमें दिव्यांग, महिला बूथ, युवा व यूनिक बूथ शामिल थे। साथ ही कुछ ऐसे मतदान बूथ थे, जो दूरस्थ स्थान पर थे और उन्हें विकसित किया गया। कुछ जगहों पर ग्रामीणों ने वोट देने को लेकर आनाकानी की। ग्रामीणों की सड़क की मांग को लेकर कार्यवाही चल रही है।
पुलिस एवं सुरक्षा बलों ने दिखाई मुस्तैदी
पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे ने भी मतदान को लेकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का समय-समय पर जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा जवानों को दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि सभी मतदेय स्थलों पर पुलिस एवं सुरक्षा बलों ने मुस्तैदी के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन किया।
बांझगडू तोक के 80 वोटरों ने किया चुनाव बहिष्कार
केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव में बांझगडू तोक के 80 वोटरों ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया। ग्रामीणों की मानें तो लंबे समय से सड़क की मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है, जिस कारण जहंगी ग्राम के बांझगडू तोक के 80 वोटर पिल्लू बूथ पर वोट देने नहीं गए और नाराज होकर वोट का बहिष्कार किया। ग्रामीण मंगल सिंह, विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने पूर्व में ही शासन-प्रशासन को लिखित में दिया था। रोड नहीं तो वोट नहीं। उनकी सुनवाई नहीं हुई। उनके तोक के सभी मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया। आगे भी ये विरोध जारी रहेगा।
ध्रुवनगर के एससी वोटरों ने लगाया उपेक्षा का आरोप, नहीं पड़े 350 वोट
केदारनाथ विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत परकंडी के ध्रुवनगर तोक के अनुसूचित जाति के 85 परिवारों ने उप चुनाव का विरोध कर मतदान का बहिष्कार किया। ग्रामीणों की मानें तो सड़क निर्माण के लिए शासन-प्रशासन स्तर पर कोई कार्रवाई न होने से ध्रुवनगर के करीब 350 वोटरों ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया। ग्रामीण उदय लाल ने वीडियो जारी करते हुए बताया कि तीन माह पूर्व सड़क के संबंध में प्रधानमंत्री तक ज्ञापन भेजा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद कर ग्रामीणों ने उप चुनाव के साथ ही पंचायत चुनाव, विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार करने का मन बना लिया है।
मॉक पोल के दौरान मशीनों में आई दिक्कत
केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव में अधिकांश पोलिंग बूथों पर ईवीएम को लेकर कोई दिक्कत नहीं हुई, मगर मॉक पोल के दौरान कई बीयू, सीयू और वीवीपैड में दिक्कतें आ गई। हालांकि उन्हें तत्काल बदला गया। इसके बाद वोटिंग की कार्यवाही शुरू की गई। चमेली पोलिंग बूथ पर ट्रायल वोट के दौरान मशीन में खराबी आई थी। जबकि कांडई पोलिंग बूथ पर तीन वोट पड़ने के बाद मशीन में खराबी आई थी। केदारनाथ विधानसभा के रिटर्निंग आफिसर अनिल शुक्ला ने बताया कि कई जगहों पर लोगों ने बताया कि मशीन में काफी देर बाद बटन दब रहा है।