खतौली: खतौली में सक्रिय वाहन चोर गिरोह के बदमाशों ने एक व्यक्ति की डेढ़ साल में दो बाइकों की चोरी कर उसे पैदल कर दिया है। पीड़ित के लिए बड़ी समस्या यह है कि पुलिस न केवल बाइक बरामद कराने में असफल रही, बल्कि चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने में भी आनाकानी करती रही।
जून 2023 में पहली बाइक चोरी होने पर पीड़ित जब कोतवाली खतौली पहुंचा, तो उस समय के डे ऑफिसर ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय टका सा जवाब देकर उसे लौटा दिया। डेढ़ साल बाद जब दूसरी बाइक चोरी हुई और पीड़ित दोबारा थाने पहुंचा, तो वर्तमान डे ऑफिसर ने भी वही पुरानी बात दोहराई—“रिपोर्ट दर्ज करानी जरूरी है या बाइक बरामद करानी?”
जानकारी के अनुसार, मूल रूप से गांव गालिबपुर निवासी अमीर अब्बास उर्फ छुग्गन भाई पुत्र खैरात अली ने जीटी रोड पर अपना मकान बना रखा है। 24 जनवरी को उसकी बाइक घर के बाहर से चोरी हो गई। पुलिस को सूचना देने पर कोतवाली पुलिस ने मौका मुआयना किया और बाइक बरामद कराने का आश्वासन देकर वापस लौट गई।
अमीर अब्बास ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की, जिसमें चोर बाइक चुराकर ले जाते साफ नजर आ रहे थे। उसने यह फुटेज पुलिस को दिखाकर रिपोर्ट दर्ज करने और बाइक बरामद कराने की मांग की, लेकिन पुलिस ने फिर वही जवाब दिया—”हम बिना रिपोर्ट दर्ज किए ही बाइक बरामद कर देंगे, चिंता मत करो।”
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पीड़ित का आरोप है कि दस दिन बीत जाने के बाद पुलिस ने 1 फरवरी को किसी तरह चोरी की रिपोर्ट दर्ज की, लेकिन अब सवाल यह है कि बाइक की बरामदगी कब होगी।
गौरतलब है कि कस्बे में वाहन चोर गिरोह लगातार सक्रिय है और बैंकों व घरों के बाहर से बाइक चोरी की वारदातों को अंजाम देकर लोगों को पैदल कर रहा है। आरोप है कि पुलिस समय पर रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय पीड़ितों को लॉलीपॉप थमाकर लौटा देती है।
पुलिस की शिथिल कार्यप्रणाली का फायदा उठाकर वाहन चोर गिरोह लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है। पीड़ित जब थाने के चक्कर लगाकर थक जाता है, तो घर बैठने को मजबूर हो जाता है। इसी का फायदा उठाकर चोर गिरोह दोबारा सक्रिय हो जाता है और नई वारदातों को अंजाम देता है।