चंडीगढ़। एक लड़की ही हमारी माँ, दादी, ताई, चाची, बुआ, मासी, बहन, चचेरी बहन, दोस्त, पत्नी, बेटी, भतीजी, सहकर्मी, सहपाठी हमारी माता रानी और भी बहुत कुछ है। वास्तव में यह हमारे लिए बहुत शर्मनाक है। वह भी एक डॉक्टर थी, एक डॉक्टर जो हमारी जान बचाती है, एक डॉक्टर जिसकी गंभीर परिस्थितियों में हर किसी को जरूरत होती है, एक डॉक्टर जो हमारे दिन-प्रतिदिन और गंभीर बीमारी से हमें बचाने के लिए दूसरा भगवान है। यह वास्तव में एक है एक शहर, राज्य और देश के लिए शर्म की बात है। अपराधी को ऐसी सज़ा दी जाएगी कि लड़कियों या महिलाओं के प्रति अनादर की ऐसी मानसिकता रखने वाले हर व्यक्ति को समझ में आ जाए। अगर मैं अपने बारे में बात करूं तो सोशल मीडिया पर सक्रिय हूं, मेरे सहकर्मी का स्टेटस देखकर समझ नहीं आ रहा कि कैसे प्रतिक्रिया दूं। यह पूरे समाज के लिए संदेश है क्योंकि किसी भी पिता या मां के दोषी हम उन्हें सिखाते हैं कि लड़कियां या महिलाएं कितनी मूल्यवान हैं, क्योंकि उनकी वजह से हम हैं तो हम भी रहेंगे। न केवल दोषियों को दंडित करें, बल्कि युवा लड़कों को लड़कियों या महिलाओं का सम्मान करना सिखाएं और राजनीति न करें..
एम के भाटिया फाउंडर mits