शामली। मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों को जनसुनवाई में समय से मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं जिला स्तर पर भी लगातार र डीएम रविंद्र सिंह भी अफसरों को इस संबंध में गाइडलाइन जारी करते रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी कई महकमों के अधिकारी अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नही कर रहे हैं। शनिवार को एक महकमें के कोटधारी अफसर आलाधिकारियों के पहुंचने के घंटों बाद मुख्यअतिथि की तरह टहलते हुए जनसुनवाई में पहुंचे, जिनकी चहलकदमी मीडिया के कैमरों में कैद हो गई।
शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार शामली में एडीएम संतोष कुमार की अध्यक्षता में तहसील समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान एडीएम संतोष कुमार समय से तहसील दिवस में पहुंचे, तो वहीं कई अन्य विभागों के अफसर भी मौके पर पहुंचकर जनसुनवाई में जुट गए। तहसील समाधान दिवस शुरू होने के करीब 2 घंटों बाद जनपद में सर्वाधिक धांधली और फर्जीवाड़े की शिकायतों से संबंधित विभाग में तैनात एक अफसर कोट पहनकर करीब दो घंटे की देरी से जनसुनवाई में पहुंचे।
जनसुनवाई कक्ष में पहुचने पर वें किसी मुख्य अतिथि से कम नजर नही आ रहे थे, हालांकि आलाधिकारी उनसे पहले ही जनसुनवाई कक्ष में समय से पहुंच चुके थे। इसके बाद कोटधारी अधिकारी सीधे जनसुनवाई मंच पर पहुंचे और कुर्सी पर बैठ गए। एडीएम संतोष कुमार सिंह ने बताया कि जनसुनवाई के दौरान एक रजिस्टर तैयार किया जाता है, जिसमें संबंधित अधिकारियों के पहुंचने का समय भी अंकित होता है। एडीएम ने बताया कि यदि देरी से आने वाले अधिकारी जनसुनवाई में देरी से पहुचने के संबंध में कोई सही कारण नही बता पाते हैं, तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाता है।