मुजफ्फरनगर। एक व्यक्ति ने शिक्षा के क्षेत्र में एक गठरी डिग्रियां लेकर विश्व का सबसे शिक्षित युवक होने का दावा किया हैं। उनका कहना हैं कि भारत की सबसे प्रतिष्ठित अकादमिक परीक्षा यूजीसी नेट परीक्षा को बारह बार अलग-अलग विषयों में पास किया हैं। इसके अलावा जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा को तैंतीस बार अलग-अलग विषयों में पास करने का दावा किया है।
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लक्ष्मण सिंह ने बताया कि वह अभी तक 10 देशों की यात्रा कर चुके हैं जिसमें उन्होंने उन देशों के सर्वोच्च नेताओं से मुलाकात भी की है। बताया कि सऊदी अरब के शिक्षा मंत्री से कई बार मीटिंग हुई और उन्हें बदलते सऊदी अरब के लिए देशभर में एजुकेशन हब बनाने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि सबसे पसंदीदा देश पाकिस्तान रहा क्योंकि वहां के लोग भारतीयों की मेहमान नवाजी बहुत खूब करते हैं। बताया कि आगामी दिनों में 25 विषयों में यूजीसी नेट करनी है। यूएई और अमेरिका जैसे देशों की यात्रा भी करनी है। सबसे ज्यादा डिग्रियां करने और सबसे ज्यादा पढ़े हुए युवक के तौर पर लक्ष्मण सिंह का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी नाम दर्ज किया गया था।
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शहर के मौहल्ला खादरवाला निवासी लक्ष्मण सिंह ने मीडिया सेंटर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया की फिसड्सी छात्र से विश्व के सबसे शिक्षित होने का सफर कैसे तय किया और दावा किया हैं, कि कोई भी शिक्षा के क्षेत्र का महारथी उसके सामने नही टिक पायेगा। उन्होने मीडिया के सामने पुरे विश्व को चैलेंज किया हैं, कि यदि कोई अपने आप को शिक्षा के क्षेत्र का महारथी मानता हैं तो एक बार आमना-सामना करने का मौका दे। अब इसको लक्ष्मण सिंह का घमंड कहे या फिर वह सच में शिक्षा के क्षेत्र के अर्जुन बन गये हैं। यह तो तभी पता चल पायेगा जब कोई शिक्षा के क्षेत्र का महारथी इस चैलेंज को कबूल कर आमना सामना करेगा। लक्ष्मण सिंह ने बताया कि शिक्षा के शुरूआती दौर में वह सबसे फिसड्डी छात्र हुआ करते थे। उन्होने बताया कि सबसे पहले वह कक्षा चार में फेल हो गये थे। उसके बाद 9वीं कक्षा में दो बार फेल हुए और बैचलर में पांच बार फेल हुए हैं।
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उन्होने बताया कि छटी बार में वह बडी मशक्कतों से मात्र 39 प्रतिशत अंको के साथ पास हुए। उन्होने दावा किया हैं कि उन्होने एक नही दो नही पूरे अलग-अलग 81 विषयों में पढ़ाई की है। 2012 में यूजीसी नेट परीक्षा को अलग अलग विषयों में 12 बार पास कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा किया हैं। इसके अलावा मोटरसाइकल रेस, पॉवरलिफ्टिंग जैसे खेलो में भी हैं।
जेएनयू में पॉवरलिफ्टिन प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा वजन उठा कर पॉवरलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक लिया। 2018 में विश्व की दूसरी सबसे मुश्किल रैली रेड वे हिमालय में हुयी मोटरसाईकल रेस में भाग लिया रैली से मात्र २५ दिन पहले प्लेटिना बलाने वाले ने लक्ष्मण सिंह ने मित्रो से सहयोग से हीरो एक्सट्रीम मोटरसाईकल जिसमें साधारण टायर, कारबुरेटर, शोकर थे, जो रेजी की एकमात्र बिना किसी मोडिफिकेशन वाली साधारण मोटरसाईकल बी उसी से एक स्टेज में बुलेट हिमालयन, 390 चलाने वाले अनुभवी मोटरसाईकल चालकों को पीछे छोड़ दिया। उनका दावा है कि शिक्षा के क्षेत्र में कोई भी उनको टक्कर नहीं दे सकता।