सीहोर । मध्यप्रदेश के सीहोर जिले का गेहूं पहली बार 8131 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बिका है। सीहोर के गेहूं की सोने जैसी चमक और इससे बनी रोटी का स्वाद भारत के साथ-साथ विदेशों में भी लोकप्रिय हो रहा है।
प्रदेश के इतिहास में पहली बार आष्टा तहसील का गेहूं 8131 रूपए प्रति क्विंटल की दर से बिका है। आष्टा मे रेसला के किसान उत्तम सिंह ने 13 क्विंटल गेहूं,श्रीनाथ ट्रेडर्स को बेचा है। किसान उत्तम सिंह ने कहा कि अतिरिक्त मेहनत के कारण गेहूं की क्वालिटी सुधारी है। बोनी, सिंचाई और कटाई समय पर की है। ओले बारिश पड़ने के पहले ही फसल कट गई थी। जिसके कारण गेहूं की चमक बनी हुई है।
अशोक नगर में 6260 प्रति क्विंटल
मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं की आवक बढ़ गई है। अशोकनगर में शरबती गेहूं अधिकतम 6260 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बिका है। इस गेहूं की चमक लाजवाब थी। यहां के गेहूं में शर्करा की मात्रा ज्यादा होती है। बिना सिंचाई के गेहूं की फसल तैयार होती है।
मध्यप्रदेश में शरबती गेहूं की फसल सीहोर, नरसिंहपुर, विदिशा, अशोकनगर, भोपाल और मालवा के कुछ जिलों में ही बोई जाती है। उत्पादन कम और मांग ज्यादा होने के कारण शरबती गेहूं के दाम अन्य गेहूं की तुलना में कई गुना ज्यादा होते हैं।
2014 में शरबती गेहूं अधिकतम 4300 प्रति क्विंटल,2020 में 5000 रुपए प्रति क्विंटल,2022 में 5765 रुपए प्रति क्विंटल और 2023 में पहली बार 8131 रुपए प्रति क्विंटल की दर से शरबती गेहूं बिका है। शरबती गेहूं 8 साल से दाम का हर वर्ष उच्चतम रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। मध्य प्रदेश के शरबती गेहूं की सारी दुनिया में पहचान बनी है, यह एक ब्रांड बन गया है।