मुंबई। अभिनेत्री से साध्वी बनी ममता कुलकर्णी ने एक वीडियो जारी कर किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि उनके महामंडलेश्वर बनने को लेकर लगातार विवाद हो रहा था, जिससे परेशान होकर उन्होंने यह निर्णय लिया है।
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ममता कुलकर्णी ने कहा कि वह पिछले 25 वर्षों से साध्वी हैं और आगे भी साध्वी ही रहेंगी। उन्होंने सवाल उठाया कि उनके महामंडलेश्वर बनने से तमाम लोगों को परेशानी क्यों हो रही है?
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गौरतलब है कि किन्नर अखाड़े की प्रमुख लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ही ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाया था। लेकिन उनकी नियुक्ति के बाद विवाद इतना बढ़ गया कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के खिलाफ भी कार्रवाई हुई।
ममता कुलकर्णी ने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और अर्धनारीश्वर धाम की प्रमुख हिमांगी सखी को अपने इस्तीफे के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि लगातार हो रही गलत आलोचना और आरोपों से तंग आकर वह पद छोड़ रही हैं।
ममता ने किन्नर अखाड़े में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अखाड़े में पैसे लेकर महामंडलेश्वर बनाए जा रहे हैं और उनसे भी दो लाख रुपये मांगे गए थे। जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया, तो उनके खिलाफ अभियान चलाया गया।
अपने पांच मिनट के वीडियो संदेश में ममता कुलकर्णी ने कहा कि उन्हें अनावश्यक रूप से निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह पहले से ही साध्वी थीं और महामंडलेश्वर बनने के बाद ही अचानक विवाद क्यों खड़ा हो गया?
इस पूरे विवाद के बाद अब ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर पद छोड़ने का फैसला कर लिया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह साध्वी के रूप में अपना जीवन जारी रखेंगी।