सहारनपुर। मंडलायुक्त डॉ0 हृषिकेश भास्कर यशोद की अध्यक्षता एवं जिलाधिकारी मनीष बंसल की उपस्थिति में मण्डलीय राजस्व लेखपाल प्रशिक्षण सत्र 2024-2025 का शुभारम्भ बीडी बाजोरिया इण्टर कॉलजे में किया गया। इस प्रशिक्षण सत्र में मंडल के 153 लेखपालों को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कुल 153 प्रशिक्षुओं में 91 सहारनपुर, 40 मुजफ्फरनगर एवं 22 शामली के है। मंडलायुक्त डॉ0 हृषिकेश भास्कर यशोद ने सभी नव नियुक्त लेखपालों को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी राजस्व परिवार का हिस्सा बनने जा रहे है। अनुशासन एवं मेहनत से प्रशिक्षण प्राप्त करें और अनावश्यक रूप से छुट्टियां न करते हुए समय से प्र्रशिक्षण पूरा करें। अच्छी प्रकार से प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को भविष्य में इसके बहुत ही सुखद परिणाम मिलेंगे। प्रशिक्षण के दौरान मन में उठने वाले प्रश्नों को अवश्य पूछें। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक कार्यों के निर्वहन में लेखपाल की अहम भूमिका होती है।
राजस्व विभाग सरकार की रीढ़ होता है। प्रशिक्षण के बाद जब फील्ड में उतरें तो पारदर्शिता के साथ कार्य करें। उन्होने कहा कि राजस्व नियमों के साथ ही समय-समय पर शासन की नीतियों को भी समझते हुए कार्य करना है। तथ्यों एवं नियमों के आधार पर बिना किसी दबाव के कार्य करें। अपने वरिष्ठ अधिकारियों के सामने सही तथ्य पेश करें। आम जनमानस से सम्पर्क रखते हुए उन्हें सरकार की योजनाओं से जोडा जाए। नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत को जीवन में लागू करते हुए कार्य करें। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बधाई देते हुए कहा कि आप सभी की मेहनत का परिणाम है कि आपकी तैनाती लेखपाल जैसे महत्वपूर्ण पद पर हुई है।
उन्होने कहा कि अपने प्रशिक्षण को तनावमुक्त रहते हुए पूर्ण लगन एवं निष्ठा से पूरा करें। जिस प्रकार आपका पारदर्शिता, निष्पक्षता एवं बिना किसी भेदभाव के चयन हुआ है तो उसी प्रकार आपकी भी जिम्मेदारी बनती है कि इसी प्रकार से फील्ड में कार्य करें। समस्याओं को टालने की प्रवृत्ति को न अपनाते हुए उनके समाधान की ओर अग्रसर होने की आदत अपनाएं। अपने प्रशिक्षण में नियमितता एवं उपस्थिति जरूर सुनिश्चित कराएं। नियमों एवं अधिनियमों को गंभीरता से पढें। अपने दायित्वों को भली प्रकार से समझने के लिए प्रशिक्षण को संवेदनशीलता के साथ पूरा करें। उन्होंने कहा कि बेहतर कार्यों के लिए कम्यूनिकेशन स्किल भी आवश्यक है। उत्सुकता एवं लगन के साथ तकनीकी का भी ज्ञान प्राप्त करें। आपके फील्ड वर्क के दौरान अधिकतर गरीब एवं किसानों से सम्पर्क होगा, उनके प्रति संवेदनशीलता अपनाते हुए उनकी समस्याओं का समाधान करते हुए उनको संतुष्ट करें।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ0 अर्चना द्विवेदी ने कहा कि लेखपाल राजस्व प्रशासन की प्रथम कडी है। सभी अपने आचरण, व्यवहार एवं उत्तरदायित्वों को प्रशिक्षण के दौरान समझ पाएंगे। अपर जिलाधिकारी प्रशासन मुजफ्फरनगर नरेन्द्र बहादुर ने प्रशिक्षु लेखपालों को प्रशासन की बारीकियों के बारे में जानकारी दी। अपर जिलाधिकारी न्यायिक रमेश यादव ने प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम सप्ताह में सभी प्रशिक्षु लेखपालों को लेखपाल पद के कर्तव्यों एवं दायित्वों के संबंध में संक्षिप्त प्रशिक्षण दिया जाएगा। द्वितीय सप्ताह में माननीय परिषद द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुसार 06 माह का क्लासरूम प्रशिक्षण एवं उसके पश्चात 06 माह का क्षेत्रीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। मण्डल में प्रशिक्षार्थियों की संख्या 153 होने के कारण प्रथम 06 माह में 77 लेखपालों को 06 माह का क्लासरूम प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा शेष 76 लेखपालों को तहसीलों में लेखपालों के साथ सम्बद्ध रखते हुए प्रशिक्षण दिया जायेगा। अग्रिम 06 माह दूसरे सत्र में इसी प्रकार फील्ड प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे लेखपालों को क्लासरूम प्रशिक्षण तथा क्लासरूम प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे लेखपालों को फील्ड प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञ विभागों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अतर्गत चकबन्दी विभाग द्वारा सर्वेक्षण एवं भूचित्र कार्य, शिक्षा विभाग द्वारा क्षेत्रमिति व अंकगणित, राजस्व विभाग द्वारा नियम एवं कर्तव्य तथा कागजात तैयारी, राजस्व विभाग, पंचायत राज विभाग एवं चकबन्दी विभाग द्वारा अधिनियम एवं प्रक्रिया, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं विकास विभाग द्वारा नियोजन एवं विकास, प्रधानाचार्य एवं स्कूल प्रबन्धन द्वारा सदाचार एवं अनुशासन, एनआईसी, ईडीएम, राजस्व विभाग, आईटीआई एवं पॉलिटेक्निक से नामित अध्यापक द्वारा कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सदर युवराज सिंह सहित राजस्व परिवार के सदस्य एवं प्रशिक्षु लेखपाल उपस्थित रहे।