मेरठ। महायोजना 2031 को लेकर किए गए विस्तारीकरण के तहत लावड़ कस्बे को मेडा में शामिल कर लिया गया है। शुक्रवार को मेडा के जोनल अधिकारी व अवर अभियंता के नेतृत्व में चार जेसीबी की सहायता से मसूरी से लेकर लावड़ कस्बे तक 12 से अधिक कच्ची कॉलोनियों का ध्वस्तीकरण किया गया। यह कार्रवाई दिनभर लोगों में चर्चा का विषय बनी रही।
जोनल अधिकारी प्रतीक यादव, अवर अभियंता मनोज सिसौदिया के नेतृत्व में टीम ने शुक्रवार को सबसे पहले लावड़-मसूरी मार्ग पर पहुंची। टीम अपने साथ चार जेसीबी व पुलिस बल को लेकर पहुंची। जेसीबी ने लावड़.मसूरी मार्ग पर पांच कच्ची कॉलोनियों को ध्वस्त किया। इस दौरान बिल्डर वहां नहीं मिले।
इसके बाद टीम मीठेपुर मार्ग पर पहुंची और यहां दो कॉलोनियों को ध्वस्त किया। टीम की कार्रवाई के दौरान मौके पर भीड़ एकत्रित हो गई और उनके जहन में तमाम सवाल उठने लगे। कई लोगों ने टीम से सवाल किए और पूछा कि क्या बने हुए मकान भी ध्वस्त किए जाएंगे। जिस पर जोनल अधिकारी ने उन्हें बताया कि बने हुए मकानों को नहीं छेड़ा जाएगा।
उन्होंने बताया कि जो कच्ची कॉलोनियां बिना नक्शा स्वीकृत कराए विकसित की जा रही है। उन पर कार्रवाई होगी। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस कॉलोनी में वहीं मकान व प्लॉट खरीदे, जो मेडा से स्वीकृत है। इसके बाद टीम समसपुर मार्ग पर पहुंची। टीम ने यहां विकसित की जा रही पांच कॉलोनी को ध्वस्त कर दिया।