मुजफ्फरनगर। जनपद में आज भारतीय अति पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन प्रजापति ने राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के उस बयान की निंदा कर कहा है जिमसें राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा था कि जातिगत जनगणना से समाज में विभाजन होगा और जातिगत जनगणना नही होनी चाहिए। इसपर मोहन प्रजापति ने पलटवार करते हुए कहा है कि कपिल देव अग्रवाल के इस बयान से यह तो साबित हो गया है कि वह पिछड़ो दलितों के विरोधी है
उन्होंने कहा है कि उनका संगठन काफी समय से देश व प्रदेश में जातिगत जनगणना की माँग करता आ रहा है ताकि जातिगत जनगणना से वर्गों की आर्थिक शिक्षा व सामाजिक स्थिति का दयनीय हालत का पता लग सके उंसके बाद उन पिछड़े व वंचितों के लिये प्रभारी योजनाएं बनाई जा सके।
वही जातिगत जनगणना से संख्या पता चल सके और संख्या के हिसाब से हर क्षेत्र में बराबरी व हक अधिकार मिल सके और अगर जातिगत जनगणना हो जाती है तो फिर कपिल देव अग्रवाल जैसे लोगों का तो अपने आप इलाज हो जायेगा। क्योंकि अगर सरकार जातिगत जनगणना कराती है और पिछड़ो को दलितों को अपनी सही संख्या का पता लग जाता है तो आज देश में ज्यादातर संसाधनों पर राजनीति पर नोकरियों में और अपसरशाही में जो लोग कब्जा जमाए बैठे है उनके पेट में दर्द हों जायेगा और वह लोग अर्श से फर्श पर आजयेगें ओर वह सब कपिल देव अग्रवाल जैसे ही होंगे इस लिये कपिल देव जैसे लोग नही चाहते कि देश प्रदेश में जातिगत जनगणना कराई जाए। वैसे कपिल देव अग्रवाल के इस बयान से उनका पिछड़ा दलित विरोधी चेहरा सामने जरूर आ गया है उन्होंने कहा है कि आज देश मे हर वर्ग जागरूक हो रहा है और अपने हक अधिकार लेना चाहता है। वही हर किसी वर्ग को बराबर अधिकार मिले इसके लिये जातिगत जनगणना जरूर कराई जानी चाहिये जिसकी माँग आज देश भर में उठ रही है।