मुजफ्फरनगर। मिट्स ग्रुप ने अपनी 25वीं वर्षगांठ बड़े धूमधाम से मनाई और इस मौके पर कंपनी के संस्थापक और चेयरमैन एम.के. भाटिया ने अपनी युवा टीम के साथ मिलकर इस अवसर को खास बनाया। 25 साल पहले एक मोब एमआर उत्पाद से शुरुआत करने वाले भाटिया ने कठिन संघर्ष और अपार मेहनत के जरिए मिट्स ग्रुप को इस मुकाम तक पहुंचाया।
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इस खास अवसर पर एमके भाटिया ने अपनी टीम से जुड़े युवा कर्मचारियों को प्रेरित किया। उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष और सफलता की कहानी साझा की, जिससे टीम को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। एमके भाटिया ने अपनी फिल्म के प्रसिद्ध डायलॉग “अपने तो सिर्फ अपने होते हैं, लेकिन सपने भी सिर्फ अपने होते हैं।” को दोहराते हुए अपनी टीम को आगे बढ़ने के लिए उत्साहित किया, और यही भावना उनके पूरे सफर का हिस्सा रही है। कार्यक्रम में मिट्स ग्रुप के सभी डायरेक्टर्स भी उपस्थित रहे।
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यह 25 वर्षों की यात्रा सिर्फ मिट्स ग्रुप की व्यवसायिक सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि यह भी दिखाती है कि मेहनत, संघर्ष और टीमवर्क के जरिए किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। एमके भाटिया की प्रेरणा से यह साफ है कि सफलता सिर्फ एक मंजिल नहीं, बल्कि एक यात्रा है जो हर व्यक्ति की मेहनत और समर्पण से तय होती है।