शामली। जनपद शामली की पुलिस लाइन में मंगलवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसका निर्देशन पुलिस अधीक्षक रामसेवक गौतम ने किया। इस मॉक ड्रिल में जिलेभर से सैकड़ों पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि जिले में किसी भी असामाजिक तत्व द्वारा अफवाह फैलाने या सद्भाव बिगाड़ने का प्रयास किया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने पुलिसकर्मियों को यह भी बताया कि यह मॉक ड्रिल संभावित उग्र विरोध प्रदर्शनों, दंगों या किसी भी कानून व्यवस्था को बाधित करने वाली स्थिति से निपटने के लिए आयोजित की गई है।
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मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस कर्मियों को दंगा नियंत्रण उपकरणों का उपयोग करने की जानकारी दी गई, जिसमें बॉडी प्रोटेक्शन किट, हेलमेट, डंडे, केन शील्ड, टियर गैस, एंटी राइट गन, टीयर स्मोक ग्रेनेड और वायरलेस संचार उपकरण शामिल थे। इसके अलावा, ड्रोन कैमरा के माध्यम से निगरानी की प्रक्रिया का भी अभ्यास कराया गया।
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पुलिस अधीक्षक रामसेवक गौतम ने बताया कि शामली में पुलिस को इस तरह के अभ्यासों के जरिए किसी भी अराजक स्थिति से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में नियमित रूप से इस तरह के अभ्यास किए जाएंगे, ताकि पुलिसकर्मी किसी भी संकटपूर्ण स्थिति में तुरंत प्रभावी कदम उठा सकें।
पुलिस अधीक्षक ने यह भी जानकारी दी कि थाना और चौकी स्तर पर समाज के विभिन्न वर्गों, जैसे नागरिक, व्यापारी और ग्राम प्रधानों के साथ बैठकें आयोजित की जाएंगी। इन बैठकों का उद्देश्य समाज को सुरक्षा के उपायों के बारे में जागरूक करना और अफवाहों से बचने के लिए उन्हें समझाना है।
उन्होंने कहा कि “हम पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुपों, ग्राम सुरक्षा समितियों, और मोहल्ला समितियों के माध्यम से सुरक्षा से संबंधित रिहर्सल करेंगे, ताकि जनता को सही जानकारी मिले और किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने या शांति व्यवस्था को बाधित करने वाले तत्वों के खिलाफ समय रहते कार्रवाई की जा सके।”
पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि जिले में किसी भी असामाजिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पुलिस हर हाल में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।