नयी दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज कहा कि आकाशवाणी पर मन की बात कार्यक्रम के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में रचनात्मक एवं सकारात्मक योगदान देने वाले साधारण लोगों को जनता के बीच प्रेरणा स्रोत बना कर देश की सोच बदल दी है।
सक्सेना ने आज यहां राजनिवास में गणमान्य अतिथियों के साथ प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम के सौवें अंक के प्रसारण को सुना और इसके बाद उपस्थित मेहमानों को संबोधित किया। इस मौके पर पद्मश्री से सम्मानित दिल्ली के नागरिक जफर इकबाल, गुरचरन सिंह, अरविंद कुमार, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार एवं पूर्व पुलिस आयुक्त वी के पॉल के अलावा वरिष्ठ पत्रकार, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षिकाएं, विद्यार्थी, विकलांग बच्चे उपस्थित थे। कार्यक्रम में आकाशवाणी के अपर महानिदेशक अतुल तिवारी ने उपराज्यपाल एवं मेहमानों का आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद उपराज्यपाल ने मेहमानों से अनौपचारिक बातचीत भी की।
उपराज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि मन की बात दुनिया भर में एक अद्वितीय कार्यक्रम है जिसमें प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपनी दूरदर्शिता एवं सुशासन से समाज पर अमिट छाप छोड़ी है। देश ने इसके माध्यम से सुशासन को असली रूप में देखा है। यह कार्यक्रम नये भारत के निर्माण के लिए नये संकल्प को आगे बढ़ाने का जरिया बना है। समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति की आशा आकांक्षा को बल देता है।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय जब दुनिया में संचार के नित नये नये साधनों का अविष्कार एवं चलन बढ़ रहा है, प्रधानमंत्री ने रेडियाे से जुड़कर देश के 140 करोड़ लोगों को आगे ले जाने प्रण लिया। आमजन को निराशा से निकाल आर्थिक चुनौतियों और मानवीय एवं पर्यावरणीय संकटों के समाधान निकालने के लिए प्रेरित किया। पहली बार हुआ है कि देश की नीतियों एवं शासन में आम नागरिकों के विचार को प्रमुखता दी जा रही है।
सक्सेना ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम का उनके जीवन पर भी असर पड़ा है। प्रधानमंत्री ने जब पहली बार खादी का उल्लेख किया तो उसके बाद देश में खादी बहुत बड़ा ब्रांड बन गयी। उन्होंने खादी के अलावा स्थानीय उत्पादों, हस्तशिल्पों एवं हथकरघा को प्राथमिकता दिलाने से लाखों कारीगरों, शिल्पियों का सशक्तीकरण हुआ है।
उन्होंने कहा कि समाज में अंगदान हो या बेटियों की शिक्षा एवं पालन पोषण, प्रधानमंत्री के शब्दों का जादू ऐसा है कि उनकी बात जनांदोलन बन रही है। पंडित दीन दयाल उपाध्याय की अंत्योदय की संकल्पना को साकार किया और लाखों लोगों को प्रेरणा देकर देश की सोच ही बदल दी। सबका साथ सबका विकास और राष्ट्र प्रथम की बात को वास्तविकता में बदला है।
उपराज्यपाल ने लोगों का आह्वान किया कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी के सपने के अनुरूप योगदान करें।